दिल्ली कोचिंग हादसे पर राजनीति शुरू हो गई है। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने दिल्ली हादसे पर कहा कि यह बेहद दुखद घटना है और इसमें आरोप-प्रत्यारोप नहीं होना चाहिए। उन्हें सोचना चाहिए कि ये हादसा क्यों हुआ? अगर सरकार का कोई प्रतिनिधि प्रदर्शन कर रहे छात्रों से जाकर मुलाकात करता तो अच्छी बात होती, लेकिन अभी तक किसी जनप्रतिनिधि ने ऐसा नहीं किया है।
संजय राउत ने पीएम मोदी को घेरा
संजय राउत ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया की चिंता करते हैं, लेकिन वे मणिपुर नहीं गए और न ही प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिले। शरद पवार के बयान पर संजय राउत ने कहा कि कुछ लोग महाराष्ट्र में जाति और धर्म के नाम पर मणिपुर जैसा तनाव पैदा करना चाहते हैं। शरद पवार ने जो भी कहा है, वह सच है और भाजपा विधानसभा चुनाव से पहले दंगे कराना चाहती है।’ शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, ‘बजट से जुड़े कई मुद्दे हैं – जिस तरह से कर निर्धारण का फैसला किया गया है, उससे आम लोगों पर अधिक बोझ पड़ा है, महंगाई से कोई राहत नहीं मिली है। बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया है और जिस तरह से बुनियादी ढांचे को तबाह किया जा रहा है – जैसा कि ओल्ड राजेंद्र नगर में हुआ – बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 छात्रों की जान चली गई। मैं कहूंगी कि यह मौत नहीं बल्कि हत्या है और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। हम बजटीय भाषणों के दौरान उन सभी मुद्दों को उठाएंगे। उन्हें (कोचिंग संस्थान को) जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए, लेकिन इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों और एमसीडी के लोगों का क्या? इस मुद्दे पर भाजपा जो गंदी राजनीति कर रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, एलजी से लेकर सभी स्तरों पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए।’
दिल्ली कोचिंग हादसे पर गरमाई राजनीति, संजय राउत बोले- दंगे कराना चाहती है भाजपा
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