अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक चुनावी रैली के दौरान हुए हमले को लेकर दुनियाभर के राष्ट्राध्यक्षों ने चिंता जताई है। इनमें एक नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी है। पीएम मोदी ने रविवार सुबह एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वह अपने ‘दोस्त’ डोनाल्ड ट्रंप पर हुए हमले को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने इस घटना की निंदा भी की। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “दोस्त डोनाल्ड ट्रंप पर हमले से काफी चिंतित हूं। इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं। राजनीति और लोकतंत्रों में हिंसा की कोई जगह नहीं है। उनके जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।” प्रधानमंत्री ने घटना में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवार के प्रति भी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “अमेरिकी लोगों के लिए हमारी प्रार्थनाएं।”
राहुल गांधी ने भी किया पोस्ट
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना पर चिंता जताई। राहुल ने कहा कि मैं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास पर चिंतित हूं। इस तरह की घटनाओं की सख्त से सख्त आलोचना होनी चाहिए। उनके जल्दी और पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी से आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को एक रैली के दौरान हमला हो गया। बताया गया है कि एक शूटर ने काफी ऊंचाई वाली जगह से ट्रंप पर गोलीबारी की। घटना का जो वीडियो सामने आया है, उसमें ट्रंप के कान के पास से खून निकलता देखा जा सकता है। इस घटना के बाद ट्रंप खतरे से बाहर हैं। उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर बयान जारी कर खुद को गोली लगने के बारे में बताया है। गोली चलने के बाद मची अफरा-तफरी के बीच पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप को एक काफिले में ले जाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में ट्रंप के कान से खून बहता देखा जा सकता है। सीक्रेट सर्विस प्रवक्ता एंथनी गुग्लिल्मी ने कहा कि पेन्सिलवेनिया में 78 वर्षीय ट्रंप की रैली वाली जगह पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने शूटर को मार गिराया। सीक्रेट सर्विस के जवान जब ट्रंप को मंच से दूर सुरक्षित जगह पर ले जा रहे थे, उसी समय उनके समर्थकों ने उनके समर्थन में नारे लगाए। ट्रंप को हवा में मुट्ठी बांध कर कुछ कहते देखा गया। इस घटना की चौतरफा निंदा की जा रही है। बाइडन, कमला हैरिस, पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने दो टूक कहा है कि अमेरिकी समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है।