भारतीय ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर का मानना है कि श्रीलंका के खिलाफ करो या मरो का तीसरा और अंतिम वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच चुनौतीपूर्ण हालात में स्पिन के खतरे से निपटने का बड़ा मौका देगा और अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी से पहले टीम के लिए महत्वपूर्ण होगा। बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण दूसरा मैच 32 रन से हारने के बाद भारतीय टीम पर श्रीलंका के खिलाफ 27 साल में पहली द्विपक्षीय एकदिवसीय श्रृंखला गंवाने का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय बल्लेबाजों को श्रीलंका के स्पिनरों ने काफी परेशान किया है। सुंदर ने मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा, ‘यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम मैदान पर उतरें और जिम्मेदारी लें तथा उन मुश्किल परिस्थितियों में जीत हासिल करें।’ उन्होंने कहा, ‘जाहिर है कि आने वाले बड़े टूर्नामेंटों में हम ऐसी ही परिस्थितियों का सामना करेंगे और उन मुश्किल परिस्थितियों में जीतने के लिए हम क्या कर सकते हैं, इसके तरीके खोजना महत्वपूर्ण होगा, विशेषकर इस तरह के हालात में स्तरीय स्पिन आक्रमण के खिलाफ।’ इस स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमने अब तक इस श्रृंखला में जो कुछ भी किया है, हम उसे एक सीख के रूप में लेंगे। जाहिर है कि हम आगे बढ़ने और कल मैच जीतने की कोशिश करेंगे। स्पिन के खिलाफ हमारे पास स्तरीय बल्लेबाज हैं, बस रास्ता ढूंढने की जरूरत है।’ सुंदर ने बल्लेबाजों का बचाव भी किया जो अब तक सीरीज में स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम स्पिन के अच्छे खिलाड़ी हैं। हमने हमेशा इस तरह के विकेटों पर खेला है, यहां तक कि घरेलू मैदान पर, टेस्ट मैचों में और विभिन्न प्रारूपों में भी। यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में भी, हम इस तरह के विकेटों पर बहुत सारे मैच खेलते हैं।’ सुंदर ने कहा, ‘हम जानते हैं कि हमारे कई खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, खासकर मध्य क्रम में स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए।’
‘अंतिम वनडे चैंपियंस ट्रॉफी से पहले जवाब ढूंढने का बड़ा मौका’, वॉशिंगटन सुंदर का चौंकाने वाला बयान
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