राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से मिलने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। शिवसेना उद्धव बालासाहेब के नेता संजय राउत के हालिया बयान ने महाराष्ट्र में विपक्ष की चिंताओं को उजागर भी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अजित पवार का भविष्य राकांपा में भी ही उज्ज्वल है और शायद वे भाजपा में शामिल न हों। राउत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अजित पवार राकांपा के वरिष्ठ नेता हैं। मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा कुछ करेंगे और भाजपा चले जाएंगे। उन्होंने कहा, “अजित पवार का राजनीतिक भविष्य राकांपा के साथ ही बेहतर है। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है। वे उनके साथ नहीं शामिल होंगे और भाजपा के गुलाम नहीं बनेंगे। हमें एनसीपी नेता अजित पवार पर पूरा भरोसा है।” सामना के संपादक ने यह भी कहा कि वे अजित पवार और कांग्रेस नेता नाना पटोले के साथ आने वाले दिनों में बात करेंगे। उन्होंने कहा कि नागपुर में 16 मई हमारी रैली है और उस रैली से पहले हम उनसे बात करेंगे। इतना ही नहीं राउत ने शरद पवार को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “राकांपा सुप्रीमो अभिभावक हैं और हम उनके साथ हैं। कल ही मैं और उद्धव ठाकरे जी ने शरद पवार के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की। हमारा जुड़ाव फेविकोल की तरह है और कोई इसे अलग नहीं कर सकता। इस बारे में कोई भ्रम ही नहीं है।” गौरतलब है कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की थी। दक्षिण मुंबई के सिल्वर ओक में शरद पवार के आवास पर हुई मुलाकात के दौरान शिवसेना सांसद संजय राउत भी मौजूद थे। उद्धव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात ऐसे समय में हुई जब हाल ही में शरद पवार ने अडाणी समूह के खिलाफ लगे आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की जगह उच्चतम न्यायालय की एक समिति द्वारा जांच कराए जाने का समर्थन किया था। पवार ने कहा था कि अगर जेपीसी का गठन होता है तो लोकसभा और राज्यसभा में भाजपा की संख्या को देखते हुए, सत्ता पक्ष के पैनल में 14-15 सदस्य होंगे, जबकि विपक्ष के पास पांच से छह सांसद होंगे।
अजित पवार के शिंदे-फडणवीस से मिलने पर घबराई उद्धव शिवसेना, राउत ने कही ये बात
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