अमित शाह का फर्जी वीडियो प्रसारित करने के मामले में मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल और 16 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फर्जी वीडियो में दिखाया गया कि अमित शाह ने आरक्षण हटाने का कथित एलान किया था। इस मामले में भाजपा के एक स्थानीय नेता प्रतीक कारपे ने बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स स्थित साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी।
मुंबई पुलिस ने आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत दर्ज किया मामला
शिकायत में बताया गया कि अमित शाह का डीपफेक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया। शिकायत में कहा गया कि अमित शाह को बदनाम करने की गलत नीयत से इस वीडियो को आरोपियों द्वारा शेयर किया गया। अमित शाह के एक रैली में दिए गए भाषण के वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके और डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर लोगों को बहकाने की कोशिश की गई। शिकायत में मांग की गई कि फर्जी वीडियो को तुरंत सोशल मीडिया से हटाया जाना चाहिए क्योंकि इससे समुदायों में दुश्मनी फैलने का खतरा है। शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल और 16 अन्य के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अमित शाह के फर्जी वीडियो के मामले दिल्ली पुलिस भी जांच कर रही है और दिल्ली पुलिस की जांच सात राज्यों तक फैल चुकी है। पुलिस की टीमें सभी जगह नोटिस देने पहुंची हैं। इस मामले में तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी समेत तेलंगाना कांग्रेस के छह लोगों को भी नोटिस भेजा गया है। तेलंगाना सीएम को एक मई को पूछताछ के लिए दिल्ली में पेश होने को कहा गया है। साथ ही तेलंगाना सीएम को अपना मोबाइल और लैपटॉप साथ लाने को भी कहा गया है।
अमित शाह के फर्जी वीडियो का मामला, महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल के खिलाफ मामला दर्ज
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