कानपुर
रविचंद्रन अश्विन (35/3) और रविंद्र जडेजा (40/4) की कातिलाना बोलिंग के दम पर एक वक्त भारत कानपुर टेस्ट को जीतने के बेहद करीब था, लेकिन भारतीय मूल के रचिन रविंद्र (91 गेंद, नाबाद 18 रन) ने खूंटा गाड़ते हुए मैच ड्रॉ करा दिया। उनके साथ एजाज (2 नाबाद) ने 23 गेंदें खेलीं और भारत के जबड़े से जीत छीनने में अहम भूमिका निभाई। वर्ल्ड चैंपियन न्यूजीलैंड को 284 रनों का लक्ष्य मिला था। सीरीज का दूसरा टेस्ट वानखेड़े स्टेडियम में 3 दिसंबर से खेला जाएगा।
स्पिनरों के लिए स्वर्ग पिच पर कीवी टीम ने 5वें दिन की शुरुआत तो दमदार की, लेकिन जैसे-जैसे गेम आगे बढ़ा भारतीय गेंदबाजों ने विकेट चटकाते हुए मेहमानों पर जबरदस्त दबाव बनाया। हालांकि, रचिन रविंद्र ने एजाज के साथ मोर्चा संभाला भारतीय गेंदबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया। न्यूजीलैंड जब मैच ड्रॉ की घोषणा हुई तो उसने 98 ओवरों में 9 विकेट पर 165 रन बनाए थे।
अश्विन और जडेजा के अलावा अक्षर पटेल और उमेश यादव ने एक-एक विकेट झटके, जबकि न्यूजीलैंड के लिए टॉम लाथम ने सबसे अधिक 52 रन की पारी खेली। उनके अलावा नाइटवॉचमैन विलियम समरविले ने 36 और कप्तान केन विलियमसन ने 24 रन बनाए। मैच बचाने वाले अचिन ने नाबाद 18 रन की पारी खेली। इनके अलावा कोई भी बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना टिककर नहीं कर सका।
पहले सत्र में विल समरविले और टॉम लाथम ने भारतीय गेंदबाजों को कोई सफलता हाथ नहीं लगने दी लेकिन दूसरा सत्र भारतीय गेंदबाजों के नाम रहा जिन्होंने तीन विकेट चटकाये। उमेश यादव ने लंच के ठीक बाद समरविले को शॉर्ट गेंद पर आउट किया जिन्होंने 110 गेंद में 36 रन बनाए। शुभमन गिल ने लॉन्ग लेग सीमा पर उनका कैच लपका। विलियमसन पहली पारी की तुलना में आत्मविश्वास से भरे दिखे जिन्होंने ईशांत शर्मा को चौका भी जड़ा।
सुबह भारतीय गेंदबाजों को पिच से कोई मदद नहीं मिली। जडेजा की एक गेंद पर लाथम चकमा जरूर खा गए। ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंद पर भारत ने डीआरएस लिया लेकिन रिव्यू से साफ था कि गेंद विकेट पर नहीं पड़ रही थी। ईशांत शर्मा और उमेश यादव भी इस पिच पर टिम साउथी और काइल जैमीसन जैसी गेंदबाजी नहीं कर सके।
मैच में न्यूजीलैंड वापसी करता दिख रहा था कि अक्षर पटेल ने हेनरी निकोल्स को LBW किया, जबकि कप्तान केन विलियमसन को रविंद्र जडेजा ने पवेलियन भेजा। निकोल्स 1 रन बनाकर आउट हुए तो विलियमसन ने 24 रन की पारी खेली। इसके बाद टॉम ब्लंडेल को बोल्ड करते हुए अश्विन ने मैच को भारत की ओर मोड़ दिया।