साइबर ठगों ने आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर के खाते से 9.85 लाख रुपये निकाल लिए। ठगों ने उनकी पत्नी को एक एप डाउनलोड कराया जिसमें उनके खाते का सभी विवरण दर्ज करा लिया। इस तरह उनके खाते का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में लेकर यह रकम ठगों ने अपने खाते में ले ली। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ठगी का शिकार पर्ल हाइट्स वसंत विहार निवासी विरेंद्र रमाकांत सुले व उनकी पत्नी मीनाक्षी नदकर हुई हैं। सुले आईआईटी मुंबई से सेवानिवृत्त हैं। दंपती का एक ज्वाइंट अकाउंट आईआईटी पोवाइ की एसबीआई ब्रांच में है। इसके अलावा सुले की पत्नी का एक अकाउंट पुणे एसबीआई शाखा में भी है। इस अकाउंट से उन्होंने एफडी ली हुई थी। लेकिन, एफडी में ब्याज नहीं लगा हुआ था। इस पर मीनाक्षी नदकर ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर देखकर फोन किया। फोन सुनने वाले ने खुद को एसबीआई से बताया और कस्टमर केयर नाम की एक एप डाउनलोड करने को कहा। मीनाक्षी नदकर ने यह एप डाउनलोड कर ली। इसमें उनसे बैंक खातों के विवरण भरने को कहा। इस पर मीनाक्षी नदकर ने ज्वाइंट खाते और अपने खाते का विवरण व योनो एप का पिन आदि दर्ज कर दिया। गत 20 अगस्त को उनके खाते से 49 हजार रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया। इसकी जानकारी उन्होंने एसबीआई को दी। कुछ देर बाद ज्वाइंट अकाउंट से 4.95 लाख रुपये और फिर 4.90 लाख रुपये ट्रांसफर होने का मैसेज आया। कुल मिलाकर उनके खाते से 9.85 लाख रुपये कट गए। उन्होंने इसकी शिकायत बैंक और साइबर वित्तीय हेल्पलाइन से भी की। एसओ वसंत विहार महादेव उनियाल ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
आईआईटी मुंबई के सेवानिवृत्त प्रोफेसर की पत्नी से डाउनलोड कराई एप, फिर खाते से ऐसे निकाले 9.85 लाख
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