आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले संदीप पाठक को बड़ा इनाम मिला है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने संदीप पाठक को राष्ट्रीय संगठन महासचिव नियुक्त कर दिया है। वे पूरे देश में पार्टी संगठन को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्हें पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी का विशेष आमंत्रित सदस्य भी नियुक्त किया गया है। संदीप पाठक गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रभारी नियुक्त किए गए थे। उनके नेतृत्व में पार्टी ने पहली बार में ही गुजरात में शानदार सफलता हासिल की और लगभग 13 फीसदी वोट हासिल करते हुए पांच सीटों पर जीत भी दर्ज की। इसके पहले संदीप पाठक पंजाब विधानसभा चुनावों के प्रभारी का दायित्व भी संभाल चुके हैं। उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ते हुए पार्टी ने पंजाब में एतिहासिक जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्हें राज्यसभा में भेजकर उनका पार्टी में कद बढ़ाया गया था। संदीप पाठक की यह नियुक्ति ऐसे समय में की गई है, जब पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने की रणनीति पर चल रही है। इसी रविवार 11 दिसंबर को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में आयोजित होनी है, जिसमें अगले वर्ष नौ राज्यों की विधानसभाओं के लिए होने वाले चुनावों को लेकर अहम निर्णय किए जा सकते हैं। इस बैठक में पार्टी के दोनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान, सभी दस राज्यसभा सदस्य, विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक के पहले संदीप पाठक का कद बढ़ाया जाना पार्टी के बड़े इरादों की ओर संकेत कर रहा है। आईआईटी दिल्ली के पूर्व सहायक प्रोफेसर संदीप पाठक उच्च शिक्षित हैं। उन्होंने ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज से शिक्षा प्राप्त की है। छत्तीसगढ़ के बटाहा गांव में पैदा हुए संदीप दीक्षित ने देश में अपनी उच्च शिक्षा राष्ट्रीय रासायनिक प्रयोगशाला, पुणे से की। बाद में ऑक्सफोर्ड और एमआईटी से शोध में डिग्रियां हासिल कीं। स्वयं आईआईटी से पास आउट अरविंद केजरीवाल ने उनकी सांगठनिक प्रतिभा को पहचाना और उन्हें आम आदमी पार्टी से जोड़ा। पर्दे के पीछे रहते हुए उन्होंने पंजाब में पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई। वे हिमाचल प्रदेश में भी सह-प्रभारी थे जहां पार्टी कोई विशेष प्रदर्शन नहीं कर सकी। अगले वर्ष यानी 2023 में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और कर्नाटक सहित नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन राज्यों में पार्टी को आगे बढ़ाने की बड़ी चुनौती संदीप पाठक के सामने है। यदि इन चुनावों में पार्टी बेहतर प्रदर्शन करती है तो 2024 के लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री मोदी के सामने विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर दावा ठोकने की कोशिश कर सकते हैं, जिसके लिए उनकी पार्टी लंबे समय से दावा करती रही है। उनकी नई जिम्मेदारी मिलने पर अरविंद केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेताओं ने उन्हें बधाई दी है।
‘आप’ ने संदीप पाठक को बनाया संगठन महासचिव, राष्ट्रीय पार्टी बनाने का दिया इनाम
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