राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को आम जनता की तरह पुरी की सड़कों पर पैदल चलकर भगवान जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचीं। ग्रैंड रोड पर एक किलोमीटर पैदल चलने के बाद उन्होंने भगवान जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। राष्ट्रपति मुर्मू जैसे ही सड़क पर आम श्रद्धालिओं की तरह चलने लगीं, रोड के दोनों किनारों पर लोग खड़े हो गए और उनका स्वागत करने लगे। मंदिर को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था, जिससे कि देश के पहले नागरिक (राष्ट्रपति मुर्मू) को मंदिर के गर्भगृह में सहोदर देवताओं (भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ) के दर्शन आसानी से मिल सकें।
राष्ट्रपति मुर्मू के साथ उनकी बेटी भी दर्शन करने पहुंचीं
इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू के साथ उनकी बेटी इतिश्री मुर्मू, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रावती परिदा और पुरी के सांसद संबित पात्रा समेत अन्य लोग शामिल थे। मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, “मैंने भगवान से आशीर्वाद मांगा और भारत के लोगों के लिए प्रार्थना की और उनकी भलाई की कामना की।” उन्होंने मंदिर के अंदर 30 मिनट बिताए। मंदिर में पहुंचने के बाद श्री जगनबाथ मंदिर प्रशासन ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया। राष्ट्रपति को दर्शन कराने वाले सेवायत राजरतन महापात्रा ने बताया कि उन्होंने गर्भगृह में स्थित दोनों देवताओं के समक्ष घुटने टेककर उन्हें प्रणाम किया और उनकी आरती उतारी। मंदिर परिसर के अंदर उन्होंने मां बिमला और मां लक्ष्मी की भी पूजा की। राजरतन महापात्रा ने कहा कि देश के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए मंदिर के ऊपर उनके नाम का एक झंडा बांधा गया है। पुलिस ने बताया कि पुरी में राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रपति शहर में एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चली गईं।