इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को देश को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में इस्राइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध का जिक्र करते हुए बताया कि इस युद्ध का दो मुख्य उद्देश्य है। पहला हमास की सैन्य और शासन क्षमताओं को नष्ट करना और दूसरा बंधकों को सुरक्षित वापस लाना। नेतन्याहू ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय एकता की बात करते हुए कहा, ‘इस्राइल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। गाजा के अंदर-बाहर हर जगह हमास के सभी आतंकियों की मौत तय है। रक्षा मंत्री योव गैलेंट, मंत्री बेनी गैंट्स, सुरक्षा कैबिनेट, चीफ ऑफ स्टाफ के साथ हम इस संघर्ष को जीतने के लिए 24 घंटों काम कर रहे हैं। यहां हम बिना किसी राजनीतिक विचार के एक साथ खड़े हैं।’ नेतन्याहू ने बताया कि यहां लक्ष्य देश को बचाना और जीत हासिल करना है। उन्होंने कहा, ‘हम हमास के आतंकियों पर आग के गोले बरसा रहे हैं और अधिकांश आतंकियों को हमने मार गिराया है। यह तो अभी केवल शुरुआत है।’
गाजा में जमीनी हमले की तैयारी कर रहा इस्राइल
इस्राइली पीएम ने कहा कि वह गाजा में जमीनी हमले की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं दी कि यह हमला कब, कहां और कैसे होगा। नेतन्याहू ने कहा, ‘अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होगी, इसलिए हम अधिक जानकारी नहीं देगें। हमारे सैनिकों को बचाने का यही उपाय है।’ सात अक्तूबर को हमास के आतंकियों द्वारा हमले के बाद से इस्राइल अबतक अपने 350,000-400,000 सैनिकों को गाजा में जमीनी ऑपरेशन के लिए भेज चुका है। नेतन्याहू ने एक बार फिर गाजावासियों को गाजा छोड़कर जाने का आह्वान किया है। अबतक करीबन 600,000-700,000 गाजावासी गाजा छोड़कर जा चुके हैं। सात अक्तूबर को हुए हमले में इस्राइल की हार की जिम्मेदारी लेते हुए नेतन्याहू इस मामले में जांच का सामना करने को तैयार है। उन्होंने कहा, ‘इस मामले में मेरे साथ सभी को जवाब देना होगा, लेकिन यह केवल युद्ध के बाद ही हो सकता है।’ नेतन्याहू ने कहा कि देश के पीएम होने के नाते वह सुरक्षा में हुए लापरवाही की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं, लेकिन अब उनका एकमात्र कार्य इस्राइली नागरिकों को जीत दिलाना है। पीएम ने कहा कि अब सेना में भर्ती होने का एकमात्र लक्ष्य जीत की तरफ बढ़ना है। नेतन्याहू ने अपना संबोधन समाप्त करते हुए कहा, ‘एकसाथ हम लड़ेगें और एकसाथ जीतेंगे’।