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इस फिल्म निर्देशक ने धमकी देकर बंद कराया था हिट टीवी शो ‘तारा’, विनता नंदा के खुलासे से मची सनसनी

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यह सुनना आम है कि खराब रेटिंग के कारण टीवी शो अचानक बंद हो गए, लेकिन ऐसा बहुत कम सुनने को मिलता है कि किसी टीवी सीरियल को अच्छी टीआरपी के बावजूद उसे बंद करने के लिए कहा जाए। ‘तारा’ एक ऐसा टीवी शो था, जिसे कथित तौर पर जबरन बंद कर दिया गया था। इसके पीछे की वजह भी चौंकाने वाली है, जिसका खुलासा अब तारा की राइटर-प्रोड्यूसर विनता नंदा ने हाल ही में दिए साक्षात्कार में किया। उन्होंने खुलासा किया कि एक बार ‘सम्राट पृथ्वीराज’ के निर्देशक डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी बोर्ड पर आए और उन्होंने उन्हें शो बंद करने के लिए कहा और यहां तक कि उन पर हमला भी किया।
देश से बाहर निकालने की धमकी
विनता नंदा ने खुलासा करते हुए कहा कि 1997 में रातों-रात सारे अधिकारी बदल गए। डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने जी टीवी के सीईओ के रूप में कार्यभार संभाला। ‘तारा’ पांच साल से अपने चरम पर चल रहा था। फिर भी उन्होंने मुझे मीटिंग के लिए बुलाया और कहा कि ये सीरियल आप चार दिन में बंद करो। मैंने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि आप जैसी औरतों को इस देश में रहना ही नहीं चाहिए। आप हमारे देश को बर्बाद कर रही हैं। मेरा बस चलता तो आपको देश से बाहर फेंक देता। विनता नंदा ने आगे कहा कि वह पहला झटका था जो मुझे लगा। मुझे आश्चर्य हुआ कि यह क्या हुआ। मैंने उनसे कहा कि आप बॉस हैं। आप तय करें कि आप क्या करना चाहते हैं, तभी मुझे लगा कि शो से बहुत से लोग नाराज होंगे और वे ज्यादातर पुरुष थे। कोई भी महिला, चाहे वह रूढ़िवादी हो या नहीं, शिकायत नहीं कर रही थी, क्योंकि वह खुद को पात्रों में देख रही थी। विनता नंदा ने आगे कहा कि जब ‘तारा’ खत्म हुआ तो इससे टेलीविजन पर प्रगतिशील लहर को रोक दिया। फिर, टीवी में सास-बहू का पूरा दौर चला और ‘तारा’ ने जो नया चलन शुरू किया था, उसे खत्म कर दिया गया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ‘तारा’ की दीवानगी लोगों पर खूब छाई हुई थीं। हर दिन लाखों-करोड़ों चिट्ठियां आती थीं, जिनमें से मुझे 20 तो पढ़ने ही होते थे और उनमें बस तारीफ लिखी होती थी। ‘तारा’ शो 1993 में शुरू हुआ था, जो पांच साल के बाद 1997 में खत्म हो गया। यह इतने साल चलने वाला पहला टीवी शो था। इस शो में नवनीत निशान, अमिता नांगिया, आलोक नाथ, राकेश बेदी और अन्य ने अभिनय किया था।