टी20 वर्ल्ड कप को खत्म 15 दिन से ज्यादा समय बीत चुका है। 22 अक्तूबर को शुरू हुए टी20 वर्ल्ड कप अंत 13 नवंबर को हुआ। इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान को फाइनल में हराकर टी20 में दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनी। इस टूर्नामेंट को जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही भारतीय टीम को सेमीफाइनल में इंग्लैंड ने ही हराया था। हालांकि, सुपर-12 के ग्रुप स्टेज में टीम इंडिया का प्रदर्शन शानदार रहा था। भारत ने पांच में से चार मैच जीते थे और सबसे ज्यादा आठ अंकों के साथ सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया था। भारत ने सुपर-12 राउंड में पाकिस्तान, बांग्लादेश, नीदरलैंड और जिम्बाब्वे को शिकस्त दी थी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया ने अपने अभियान की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ मैच से की थी। यह मैच 23 अक्तूबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था और अब एक महीने बाद विराट कोहली को इस मैच की याद आई है। दरअसल, पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में कोहली ने अविश्वसनीय पारी खेली थी और अपने दम पर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी।
कोहली ने इस मैच को याद करते हुए सोशल मीडिया हैंडल इंस्टाग्राम पर लिखा- 23 अक्तूबर 2022 हमेशा मेरे दिल में खास रहेगा। क्रिकेट के खेल में ऐसी ऊर्जा पहले कभी महसूस नहीं हुई। क्या सुहानी शाम थी वो। कोहली ने मेलबर्न में करीब 90 हजार दर्शकों के सामने 53 गेंदों पर 82 रन की नाबाद पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत दिलाकर ही पवेलियन वापस लौटे थे। इस खास पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड भी मिला था। साथ ही प्लेयर ऑफ द मंथ भी बने थे। पाकिस्तान ने उस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की। टीम ने 20 ओवर में आठ विकेट गंवाकर 159 रन बनाए। इफ्तिखार अहमद ने 34 गेंदों पर 51 रन बनाए। वहीं, शान मसूद ने 42 गेंदों में 52 रन की नाबाद पारी खेली। मोहम्मद रिजवान चार रन बना सके, जबकि बाबर आजम खाता भी नहीं खोल सके। अर्शदीप सिंह और हार्दिक पांड्या ने तीन-तीन विकेट झटके थे। जवाब में भारतीय बल्लेबाजी क्रम लड़खड़ा गई थी। केएल राहुल और रोहित शर्मा चार-चार रन बना सके। वहीं, सूर्यकुमार यादव 15 और अक्षर पटेल दो रन बना सके। इसके बाद विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने मिलकर 113 रन की साझेदारी निभाई थी। हार्दिक 40 रन बनाकर आउट हुए थे। वहीं, कोहली अंत तक टिके रहे। 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हारिस रऊफ को उन्होंने स्ट्रेट छक्का लगाया। इसे शॉट ऑफ द टूर्नामेंट भी बताया जा रहा है। आखिरी ओवर में जीत के लिए 16 रन की जरूरत थी, जो भारत ने कोहली-अश्विन के दम पर बना लिए। कोहली ने अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के लगाए थे और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 154.72 का रहा था।