महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की उद्धव ठाकरे की मांग एनसीपी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार ने खारिज कर दी है। उन्होंने बुधवार को कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव से पहले महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई जरूरत नहीं है। जिस पार्टी के अधिक विधायक होंगे उसका मुख्यमंत्री बनेगा। कोल्हापुर में पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला चुनाव नतीजों के बाद किया जा सकता है। महाराष्ट्र में विपक्षी दल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) गठबंधन की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने को लेकर महीनों से खींचतान चल रही है। उद्धव ठाकरे चाहते हैं कि उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुनाव लड़ा जाए। इसके लिए वे दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से भी मिल चुके हैं। फिलहाल, एमवीए में सीटों के बंटवारे पर मंथन शुरू है। पवार ने कहा कि एमवीए के बीच बातचीत में पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी), सीपीआई और सीपीएम को भी शामिल किया जाना चाहिए। इन पार्टियों का राज्य में कुछ क्षेत्रों में प्रभाव है और उन्होंने लोकसभा चुनावों में एमवीए की मदद की थी।
महाराष्ट्र के स्वाभिमान के लिए लड़ाई : आदित्य ठाकरे
शरद पवार के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि एमवीए में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई नहीं लड़ रहा है। हमारी लड़ाई महाराष्ट्र के हित और स्वाभिमान की है। हमारा एकमात्र उद्देश्य भाजपा को हराना है।