एयरलाइंस सलाहकार समूह (AAG) के साथ चली एक घंटे की बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री ने कुछ हवाई मार्गों पर असामान्य सर्ज प्राइसिंग की हालिया रिपोर्टों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एयरलाइनों को कुछ चुनिंदा मार्गों पर हवाई किराए की स्वयं निगरानी करनी चाहिए, विशेष रूप से उन हवाई मार्गों पर जहां पहले गो फर्स्ट की ओर से सेवाएं दी जा रही थीं। इस मामले में उच्च आरबीडी (आरक्षण बुकिंग डिजाइन) के भीतर उचित मूल्य निर्धारण सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र एयरलाइंस की ओर से तैयार किया जा सकता है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार इसकी निगरानी डीजीसीए की ओर से की जाएगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार किसी भी आपदा के दौरान एयरलाइनों को मानवीय स्थिति के मद्देनजर हवाई टिकटों के मूल्य निर्धारण पर कड़ी निगरानी रखने और उस क्षेत्र से टिकट की कीमतों में किसी भी वृद्धि की निगरानी और नियंत्रण करने की आवश्यकता होती है। मंत्रालय ने कहा है कि दुर्भाग्यपूर्ण ओडिशा त्रासदी के मामले में एयरलाइनों को मृतकों के परिवारों को मुफ्त कैरिज (कार्गो) सेवाएं प्रदान करने की सलाह दी गई है। हवाई किराए में बढ़ोतरी के बीच सिंधिया ने पिछले सप्ताह कहा था कि मंत्रालय उन मार्गों का विश्लेषण कर रहा है, जो गो फर्स्ट की उड़ानों के निलंबन से प्रभावित हुए हैं। फिलहाल गो फर्स्ट दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रहा है।
एयरलाइन चुनिंदा मार्गों पर हवाई किराए की स्वयं करें निगरानी, एएजी की बैठक में बोले सिधिंया
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