नई दिल्ली
दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन का खौफ बरकरार है। इसी बीच नीदरलैंड और ब्रिटेन से दिल्ली आए चार यात्री कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और अब उनके नमूनों का जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए पता लगाया जाएगा कि कोरोना के नए वैरिएंट ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं या नहीं। सूत्रों ने बताया कि इन सभी को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में, संक्रमितों के लिए आरक्षित वार्ड में आइसोलेट किया गया है। सूत्र ने कहा, कि ‘ एम्स्टर्डम और लंदन से आने वाले चार विमान 1,013 यात्रियों के साथ रात 12 बजे से सुबह छह बजे के बीच इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे। इन यात्रियों में से चार संक्रमित पाए गए हैं।’ उन्होंने बताया कि ये सभी भारतीय नागरिक हैं। जेनस्ट्रिंग्स डायग्नोस्टिक्स की संस्थापक डॉ गौरी अग्रवाल ने बताया कि हम दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे लंदन और एम्स्टर्डम के 4 यात्रियों के जीनोम सीक्ववेंसिंग के नतीजों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। दो दिनों में 5 मरीज पॉजिटव आए हैं। हम एयरपोर्ट पर प्रतिदिन लगभग 2000 टेस्ट कर रहे हैं।
नए नियमों के तहत, ‘हाई रिस्क वाले’ देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य है और जांच के नतीजे आने पर ही उन्हें हवाई अड्डे से बाहर जाने दिया जाएगा। साथ ही, अन्य देशों से उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से पांच प्रतिशत की जांच की जाएगी।
बेंगलुरु में भी पॉजिटिव मिले थे दो नागरिक
बता दें कि इससे पहले बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दक्षिण अफ्रीका के दो नागरिकों की हुई जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। ओमीक्रॉन वैरिएंट के डर से उनके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी। हालांकि दोनों के नमूनों का जांच से साफ हो गया था कि ये लोग वायरस के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हैं।
इन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए जारी किया अलर्ट
केन्द्र के अनुसार, जोखिम वाले देशों की सूची में यूरोपीय देश, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इज़राइल और हांगकांग शामिल हैं। इस सूची में शामिल देशों से भारत आने वाले लोगों को मंगलवार आधी रात से अतिरिक्त नियमों का पालन करना होगा।