बॉलिवड ऐक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। इसके साथ ही उन्हें अपने बयानों के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कंगना रनौत एक बार फिर अपने बयान को लेकर मुसीबत में आ गई है। दरअसल, कंगना रनौत ने सिखों को लेकर बयानबाजी की थी। जिसके कारण उनके खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा लगातार कंगना रनौत को लेकर ट्वीट कर रहे हैं। अब मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक वीडियो ट्वीट कर बताया है कि कंगना रनौत के खिलाफ दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने जो शिकायत दी थी और अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि कंगना रनौत लगातार देश की आजदी के खिलाफ, सिखों के खिलाफ, किसानों के खिलाफ और किसानों का माताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं। अभी कंगना रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और आगे आने वाले दिनों में इस केस में उन्हें जेल जाना होगा। मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि कंगना रनौत को समझाया क्योंकि वह नहीं चाहते थें कि किसी औरत के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए। कंगना रनौत ने मजूबर किया कि उनके खिलाफ ऐक्शन लें और अब उनको जेल जरूर भिजवाएंगे। इससे पहले मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक बयान में कहा था, ‘कंगना का स्टेटमेंट उनकी चीप मेंटेलिटी को दर्शाता है। यह कहना की तीनों कृषि कानून खालिस्तानी आंदोलन के कारण वापस लिए गए, यह एक तरह से किसानों का अपमान है। वह नफरत की फैक्टरी बन चुकी हैं। हम इंस्टाग्राम पर ऐसे नफरत भरे पोस्ट करने के लिए सरकार से सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग करते हैं। कंगना की सिक्यॉरिटी और पद्म श्री को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। उनको या तो जेल भेजा जाए या मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए।’ गौरतलब है कि कंगना रनौत ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा था, ‘खालिस्तानी आतंकवादियों ने भले ही आज सरकार की बांह मरोड़ दी हो… लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि एक महिला… केवल महिला प्रधानमंत्री ने इनको कुचल दिया था…चाहे इससे देश को कितना भी कष्ट हुआ हो…उन्होंने अपनी जान की कीमत पर इन्हें मच्छर की तरह मसल दिया था लेकिन देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनके निधन के दशकों बाद आजभी उसके नाम पर कांपते हैं ये…इनको वैसा ही गुरु चाहिए।’