भारत में ऑनलाइन फ्रॉड चरम पर है। हर दिन नए-नए तरीके से लोगों को चूना लगाया जा रहा है। ताजा मामला मुंबई का है जहां एक कंपनी को निवेशक की तलाश महंगी पड़ी है। इस तलाश ने कंपनी को 2.5 करोड़ का नुकसान करा दिया है। मुंबई की एक हेल्थ कंपनी एक निवेशक की तलाश कर रही थी जिसके बाद उसका संपर्क सिंगापुर की एक कंपनी से संपर्क हुआ। सिंगापुर की कंपनी के एक कॉरपोरेट कम्युनिकेशन मैनेजर ने पहले मुंबई की कंपनी के सीए से बात की। जब बातचीत आगे बढ़ी तो कम्युनिकेशन मैनेजर ने एक वेब लिंक भेजा जिसमें कॉन्ट्रैक्ट की पूरी जानकारी देनी थी, लेकिन सच्चाई यह थी कि यह एक फिशिंग अटैक था। रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर की Khyber वेंचर नाम की कंपनी ने मुंबई की हेल्थ कंपनी में 2.5 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली थी। दावा किया जा रहा है कि खाइबर वेंचर ने मुंबई की कंपनी की क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट में पैसे जमा भी किए। कुछ दिन बाद यानी 18 जून को पीड़ित कंपनी के सीए के पास एक अनजान नंबर से मैसेज आया। मैसेज में बताया गया कि वह Khyber की ओर से बात कर रहा है। मैसेज में सीए से एक मीटिंग ज्वाइन करने के लिए कहा गया। मीटिंग के दो दिन बाद सीए को Jenny Kyber नाम के शख्स के नाम से मैसेज आया जिसमें एक वेब लिंक भी था। इस लिंक पर क्लिक करने के बाद सीए के कंप्यूटर में मैलवेयर इंस्टॉल हो गया और उसके बाद हैकर्स के पास सीए के कंप्यूटर का एक्सेस मिल गया और कंपनी की सारी निजी जानकारी भी मिल गई। इसके बाद हैकर ने सीए के बैंक अकाउंट से 2.5 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। हैकर ने क्रिप्टोकरेंस वॉलेट के पैसे को भी निकाला है। इस संबंध में साइबर पुलिस में शिकायत की गई है और मामले की जांच हो रही है। शुरुआती जांच में कहा जा रहा है कि हैकर ने Inferno Drainer टूल का इस्तेमाल किया है। इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट को चोरी करने के लिए स्कैमर्स करते हैं।
कंपनी में निवेश के नाम पर सबसे बड़ा फ्रॉड, ठगों ने लगाया 2.5 करोड़ रुपये का चूना
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