भिवंडी । एच बी टी संवाददाता
भिवंडी 18 जनवरी 2020 के दिन भिवंडी शहर के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा। भिवंडी संविधान बचाओ संघर्ष समिति की ओर से 18 जनवरी शनिवार को शहर के मशहूर परशुराम टावरे धोबी तलाव स्टेडियम में एनआरसी सी ए ए के विरोध में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया था। इस सभा की खास बात यह थी के इसमें किसी भी राजनैतिक दलों और नेताओं को अपनी दुकान चमकाने का मौका नहीं दिया गया यह जनसभा पूरी तरह से जनता का और जनता के लिए ही था। इस सभा में आईपीएस अब्दुर रहमान साहब ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह सरकार मुस्लिम और दलित विरोधी है साथ ही उन्होंने प्रशासन से संविधान के अनुसार काम करने की अपील भी की। JNU के पूर्व अध्यक्ष छात्र उमर खालिद ने कहा की हमारे प्रधानमंत्री साहब विकास का मुखौटा पहन कर पूरे देश में घूम ते है महिलाओं के नकली भाई बनकर हमदर्दी बटोर तें हैं। आज देश की परिस्थिति ने उनका मुखौटा उतार दिया है यह देश मोदी के कानून से नहीं बाबासाहेब के संविधान से चले गा। पूर्व जस्टिस कोल्से पाटिल ने कहा कि देश का भूमि पुत्र समाजों को कई वर्षों से ब्राह्मण समाज ठग रहा है एनआरसी और सीए तो सिर्फ एक बहाना है देश का पिछड़ा वर्ग उनका निशाना है। योगेंद्र यादव ने अपने वक्तव्य मैं कहा कि यह कानून नागरिकता देने वाला नहीं बल्कि नागरिकता छीनने वाला है उन्होंने काले कानून की प्रक्रिया को पांच उंगलियों से बड़े ही खूबसूरत अंदाज में समझाया और कहा कि 1 अप्रैल के बाद जब लोक मालूमात लेने के लिए तुम्हारे घर आए तो किसी भी प्रकार की जानकारी ना देना। भिवंडी शहर हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है यहां से बना कपड़ा पूरे देश में जाता है और मुझे गर्व है की आज मैं आपके शहर भिवंडी में हूं। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री डॉक्टर जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि हम इस काले कानून को महाराष्ट्र में लागू न करने के लिए एक खास सत्र बुलाएंगे और पंजाब और केरल की तरह इस कानून को महाराष्ट्र में लागू नहीं होने देंगे। अव्हाड ने केंद्र सरकार से यह मांग की है के जल्द से जल्द काले कानून को रद्द किया जाए। इसका विरोध करने वालों को जेल से रिहा किया जाए इस विशाल जनसभा में तीन लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया। इस जनसभा में ज्यादातर महिलाएं शामिल हुई। इस जनसभा का आयोजन संविधान बचाओ संघर्ष समिति के एडवोकेट किरण चीनने, विजय कांबले, फाजिल अंसारी, मोहम्मद अली की ओर से किया गया। इस जनसभा को सफल बनाने के लिए लगभग पांच सॉ से अधिक वालंटियर ने अपना अहम योगदान दीया। इतनी बड़ी भीड़ में किसी भी तरह की ब्दनजमी देखने को नहीं मिली। मगरिब की नमाज के समय पुरुष और महिलाओं ने यहां नमाज भी अदा की। पुलिस ने ड्रोन कैमरे से पूरे कार्यक्रम की निगरानी की और अच्छा बंदोबस्त रखा पुलिस उपायुक्त खुद कार्यक्रम के बंदोबस्त में मौजूद थे और कई आला अधिकारियों के साथ भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए जिसमें फायार ब्रिगेड के सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में बड़े ही सम्मान के साथ राष्ट्रीय गान पढ़ा गया और आजादी के नारों से पूरा मैदान गूंज उठा।