मुंबई में सड़कों की मरम्मत के लिए जारी टेंडर्स में कथित अनियमितताओं का आरोप लगाने के बाद शिवसेना(यूबीटी) नेता व पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोमवार को पूछा कि बीएमसी में मुंबई में करीब 400 किलोमीटर सड़कों के कंक्रीटीकरण का प्रस्ताव किसने रखा था? सोमवार को मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, मैं जानना चाहता हूं कि क्या सड़कों का काम पूरा करने के लिए कोई समय सीमा तय की गई है? उन्होंने कहा, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) का कार्यकाल पिछले साल मार्च में खत्म हो गया था और इसके चुनाव होने वाले हैं। बीएमसी में कोई जनप्रतिनिधि, महापौर या स्थायी समिति नहीं है, तो प्रशासक के लिए यह कितना सही है कि वह सड़कों के कंक्रीटीकरण का प्रस्ताव करे और उसे खुद ही मंजूरी दे दे। ठाकरे ने कहा, यहां छोटी-छोटी गलियां हैं, जहां सालों से डामर का इस्तेमाल किया जा रहा है। पेडर रोड और मरीन ड्राइव के मामले में डामर मैस्टिक (कोटिंग) है और वे अभी भी अच्छी स्थिति में हैं। बता दें, आदित्य ठाकरे ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए मुंबई में सड़कों के कंक्रीटीकरण के लिए अधिक कीमत पर निविदाएं जारी की गईं और इसे रद्द कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि शहर में 400 किलोमीटर सड़कों को पक्का करने के लिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक के नए ठेके जारी किए गए हैं।
किसने दिया सड़कों की मरम्मत का प्रस्ताव? टेंडर में अनियमितताओं का आरोप लगाने के बाद बोले ठाकरे
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