कोरोना के कारण कई बच्चों से सिर से माता-पिता का साया उठ गया है। कोरोना के कारण अनाथ हुए इन बच्चों के भविष्य पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र में ऐसे कॉलेज जाने वाले छात्रों के लिए सरकार ने बड़ी राहत की घोषणा की है। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार उन कॉलेज छात्रों की पढ़ाई का खर्च वहन करेगी, जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोविड-19 महामारी के कारण खो दिया है। उन्होंने ये दावा विधानसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए किया। राज्य के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने सोमवार को कांग्रेस विधायक शिरीष चौधरी के एक सवाल का जवाब देते हुए राज्य विधानसभा के पटल पर यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि सरकार के इस निर्णय से राज्य के खजाने पर सालाना 2 करोड़ रुपये से अधिक का भार पड़ेगा और राज्य सरकार को हर साल इसी तरह का निर्णय पारित करने की आवश्यकता नहीं होगी। गौरतलब है कि राज्य के विभिन्न सरकारी कॉलेजों के 931 स्नातक और 228 स्नातकोत्तर छात्रों ऐसे हैं जिन्होंने अपने माता-पिता दोनों को कोरोना महामारी के कारण खो दिया है। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि सरकार इन छात्रों के पूरे पाठ्यक्रम और उनकी फीस का भुगतान करेगी।
कोरोना के कारण अनाथ हुए कॉलेज छात्रों की पढ़ाई का खर्च उठाएगी सरकार, खजाने पर पड़ेगा इतना बोझ
194