मिथुन चक्रवर्ती! बीती सदी के नौवें दशक में जवान हुई हिंदी फिल्म दर्शकों की पूरी एक पीढ़ी इस नाम की दीवानी रही है। राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बाद यही एक शख्स हुआ जिसके बालों की स्टाइल का जमाना दीवाना रहा है। मुंबई की सड़कों पर कभी टैक्सियां धोने वाला पश्चिम बंगाल से आया एक युवा कभी देश का सबसे बड़ा सिने सम्मान पाएगा, उनके करीबी लोगों ने भी कभी सपने में नहीं सोचा था। और, मिथुन ने भी कहां ही सोचा होगा कि जब ये पुरस्कार मिलने की उनको जानकारी मिलेगी तो वह गुलदस्ता पकड़ने के लिए दोनों हाथ भी आगे नहीं कर पाएंगे। जी हां, मिथुन चक्रवर्ती को देश दुनिया से सोमवार सुबह से ही लगातार फोन कॉल मिल रहे हैं। सबसे पहली बधाई उन्हें उनके बेटे नमोशी ने अमेरिका से दी जिसे सोशल मीडिया पर ये खबर चलती दिखाई दी और उसका स्क्रीनशॉट लेकर उसने अपने पिता को भेजा। इसके बाद उनका बाकी स्टाफ भी सक्रिय हुआ। मिथुन चक्रवर्ती को हालांकि दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए बनी समिति का निर्णय बताते हैं कि बीती रात ही बता दिया गया था, लेकिन ये सूचना सोमवार को सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव की ट्वीट से ही जग जाहिर हुई। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी ट्वीट को री-पोस्ट करके मिथुन की उनके सिनेमा के प्रति समर्पण की प्रशंसा की।
अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बारे में यहां मुंबई में पता करने की कोशिश की गई तो जानकारी मिली कि वह कोलकाता में एक बांग्ला फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। फिल्म की शूटिंग से ऐन पहले उनको चोट भी लग चुकी है और उनका एक हाथ फ्रैक्टर हो चुका है। जानकारी के मुताबिक मिथुन चक्रवर्ती को उनके डॉक्टर ने एक महीने तक हाथ पर जोर न देने और आराम करने को कहा है। लेकिन, मिथुन चक्रवर्ती काम को लेकर इतना समर्पित रहे हैं कि वह एक महीने अपनी शूटिंग आगे खिसकाकर फिल्म के बाकी कलाकारों और तकनीशियनों के लिए दिक्कत नहीं बनना चाहते। मिथुन चक्रवर्ती के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक जिस बांग्ला फिल्म की वह कोलकाता में शूटिंग कर रहे हैं, उसमें अपने किरदार के साथ उन्होंने एक नया प्रयोग कर दिया है। अब फिल्म की कहानी में भी इस किरदार का हाथ टूट गया और मिथुन अब अपना किरदार इसी टूटे हाथ के साथ निभा रहे हैं। फिल्म में जहां जहां उनके दूसरे दृश्य हैं वहां उनके क्लोज अप की शूटिंग की जा रही है। मिथुन चक्रवर्ती के हाथ में दिक्कत होने के चलते बधाई देने आ रहे लोगों से गुलदस्ते भी वह स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और न ही ज्यादा देर तक फोन पर बात ही कर पा रहे हैं। गौरांग चक्रवर्ती के रूप में 16 जून 1950 को कोलकाता में जन्मे मिथुन चक्रवर्ती भारतीय सिनेमा के इकलौते ऐसे अभिनेता है जिसे डेब्यू फिल्म में ही सर्वश्रेष्ठ अभिनय का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। मिथुन को इसके अलावा फिल्म ‘तहादेर कथा’ और फिल्म ‘स्वामी विवेकानंद’ के लिए भी अभिनय के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं। केंद्र सरकार ने इसी साल उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया। साल 2022 के लिए प्रदान किए जाने वाले 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के दौरान मिथुन को दादा साहब फाल्के पुरस्कार 8 अक्तूबर को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रदान करेंगी।