तिरुपति बालाजी में कथित तौर पर चर्बी पाए जाने के बाद से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दावा किया था कि, वाईएसआरसीपी शासन के दौरान तिरुमाला लड्डू प्रसादम में पशु की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त एनडीडीभी की लैब ने पुष्टि की है कि लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए गए घी में पशु चर्बी था।
अयोध्या भेजे गए थे तिरुपति के लड्डू?
इस जानकारी के सामने आने के बाद अब ये सवाल खड़ा हो रहा है कि, क्या इस साल की शुरुआत में अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भी तिरुपति के लड्डू भेजे गए थे। दरअसल उस वक्त मीडिया में ऐसी कई रिपोर्ट्स छपी थीं जिनमें कहा गया था कि, इस उत्सव को खास बनाने के लिए प्रसिद्ध तिरुमाला तिरुपति देवास्थानम ने एक लाख छोटे लड्डू अयोध्या भेजने का फैसला किया है। हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि, तिरुमाला तिरुपति देवास्थानम ने राम मंदिर उत्सव के दौरान लड्डू भेजे थे या नहीं। इसी बीच आरएसएस के मुख पत्र पांचजन्य ने तिरूपति मंदिर के लड्डूओं को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। पांचजन्य ने सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, इससे शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता ! तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद में मिलाया जा रहा था जानवरों की चर्बी, सूअर का फैट और मछली का तेल। जगनमोहन रेड्डी की सरकार ने हिन्दुओं की आस्था के साथ किया अन्याय! लैब में हुए सैंपल टेस्ट में सामने आई बड़ी जानकारी ! आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने दी थी जानकारी, अब मंदिर के लड्डू प्रसाद में मिलाया जा रहा है घी। इस मामले पर टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दावा किया कि प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) की ओर से उपलब्ध कराए गए घी के नमूनों में गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला द्वारा मिलावट की पुष्टि हुई है। नमूने लेने की तारीख नौ जुलाई, 2024 थी और लैब रिपोर्ट 16 जुलाई की थी। इस रिपोर्ट में घी के नमूने में पशु की चर्बी, लार्ड (सूअर की चर्बी) और मछली के तेल की मौजूदगी का दावा किया गया है।
क्या अयोध्या भेजे गए थे एक लाख लड्डू? तिरुपति के प्रसाद में चर्बी की रिपोर्ट पर भड़का RSS
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