भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी ने मुख्य कोच गौतम गंभीर को पाखंडी कहने के बाद इस मामले को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया है। गंभीर के लिए इस तरह के शब्द का प्रयोग करने को लेकर तिवारी की आलोचना हुई थी जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर अपना रुख स्पष्ट किया और सारा दोष मीडिया पर मढ़ दिया। तिवारी का कहना है कि उन्होंने 20 मिनट का साक्षात्कार दिया था, लेकिन मीडिया ने सिर्फ एक शब्द पर ही ध्यान दिया। तिवारी ने मुख्य कोच गौतम गंभीर पर हाल ही में निशाना साधा था और उनकी जमकर आलोचना की थी। मनोज ने गंभीर को पाखंडी बताया और कहा था कि वह अपनी बात पर अमल नहीं करते हैं। इतना ही नहीं मनोज ने गंभीर के मुख्य कोच बनने पर ही सवाल खड़े कर दिए थे और उन्हें इस पद के लिए गलत विकल्प बताया था। तिवारी का बयान ऐसे समय आया था जब गंभीर के कोच रहते भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हार का सामना करना पड़ा था। तिवारी ने एक स्थानीय चैनल से बात करते हुए कहा था, गंभीर पाखंडी हैं। वह जो कहते हैं वो करते नहीं है। गेंदबाजी कोच की जरूरत ही क्या है? जो भी कोच कहेगा, उसे उस बात पर सहमति जतानी होगी। मोर्ने मोर्कल लखनऊ सुपरजाएंट्स से आए हैं, जबकि अभिषेक नायर कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) में गंभीर के साथ थे। भारतीय कोच को पता है कि ये दोनों उनके खिलाफ नहीं जाएंगे।
गंभीर को ‘पाखंडी’ कहने के बाद मनोज तिवारी ने दिया स्पष्टीकरण, आलोचना हुई तो मीडिया पर मढ़ा दोष
3