
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को ग्रीस के विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्राइटिस से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने व्यापार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और सांस्कृतिक संबंधों सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर बातचीत की। विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री जॉर्ज 5 से 8 फरवरी तक भारत की यात्रा पर हैं। दोनों मंत्रियों की बैठक हैदराबाद हाउस में हुई। बैठक के बाद, जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘दिल्ली में ग्रीस के अपने मित्र विदेश मंत्री जॉर्ज गेरापेट्राइटिस से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमने शिपिंग, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, गतिशीलता, एआई और सांस्कृतिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया और हमारे बहुआयामी संबंधों को आगे बढ़ाने पर बातचीत हुई।’ एस जयशंकर ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर भी अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा कीं।
यूएनएससी की अस्थायी सदस्यता के लिए ग्रीस को समर्थन देगा भारत
जयशंकर ने अपने पोस्ट में आगे कहा कि उन्होंने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) और भारत-भूमध्यसागरीय संपर्क पर भी चर्चा की, जो हमारे संबंधों के अगले चरण का मुख्य केंद्र होगा। जयशंकर ने क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों पर उनके दृष्टिकोण की सराहना की। साथ ही 2025-26 के लिए यूएनएससी की अस्थायी सदस्यता के लिए ग्रीस को भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। आईएमईसी एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य सऊदी अरब, भारत, अमेरिका और यूरोप के बीच विशाल सड़क, रेलमार्ग और शिपिंग नेटवर्क को मजबूत करना है, ताकि एशिया, मध्य पूर्व और पश्चिम के बीच एकीकरण सुनिश्चित हो सके। आईएमईसी पहल को सितंबर 2023 में दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अंतिम रूप दिया गया था।