राहुल गांधी इन दिनों लद्दाख दौरे हैं और यहां लोगों को भी संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने यहां चीन की घुसपैठ को लेकर कई बयान दिए हैं। जिन्हें भाजपा ने शुक्रवार को निराधार और बेतुका बताकर खारिज कर दिया। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को चीन के बारे में आधारहीन और बेतुकी टिप्पणियां करने की आदत है और वे भारत, उसके लोगों और आरएसएस पर भी इसी तरह की टिप्पणियां करते हैं। प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम चीन के साथ कांग्रेस सरकार रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 1952 में भूख से मर रही चीनी सेना की खपत के लिए 3,500 टन से अधिक चावल भेजा था। डोकलाम के दौरान चीनी राजदूत के साथ राहुल गांधी ने जो खाना खाया था उसका खुलासा उन्होंने नहीं किया था बल्कि चीन ने ही इस मुलाकात की तस्वीरें दुनिया के साथ शेयर की थी। दिल्ली में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम चीन के साथ उनके (कांग्रेस सरकार) रिश्ते और चीन के साथ अपने रिश्ते को स्पष्ट करना चाहते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार आने के बाद, 2020 में, बीजिंग के एक थिंक टैंक ने कहा कि ‘तियानमेन स्क्वायर के बाद चीन अपने सबसे खराब कुटनीतिक अलगाव से गुजर रहा है’ष मुझे समझ नहीं आता कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बार-बार चीन की बातों पर प्यार क्यों आता है…डोकलाम के दौरान चीनी राजदूत के साथ उन्होंने जो खाना खाया था, उसका खुलासा उन्होंने नहीं बल्कि चीन द्वारा शेयर की गई फोटो से हुआ। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीति थी कि शांति वार्ता आतंकवाद से प्रभावित नहीं होगी (भारत और पाकिस्तान के बीच) लेकिन पीएम मोदी की नीति है कि शांति वार्ता और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। इसलिए, उन्हें (कांग्रेस) हमें कम से कम शांति और सुरक्षा पर व्याख्यान देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। आज शांति और सुरक्षा का माहौल है जबकि यूपीए के तहत आतंकवादी विस्फोट नियमित रूप से होते रहते थे।
राहुल गांधी ने कही थी ये बात