महाराष्ट्र राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को उन्हें पद से हटाने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि एनसीपी के सभी 53 विधायक पार्टी प्रमुख शरद पवार के साथ हैं। गौरतलब है, एनसीपी के नेता अजित पवार के बगावती तेवरों से महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है। लोकसभा चुनाव से पहले इतने बड़े राजनीतिक घटनाक्रम ने विपक्षी दलों के नेताओं को भी अंदर तक हिला दिया है। नेताओं में वार-पलटवार का खेल शुरू हो गया है। दरअसल, एकनाथ शिंदे फडणवीस सरकार में शामिल होने के बाद अजित पवार ने सोमवार को अगला कदम उठाते हुए जयंत पाटिल को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया था। उनकी जगह सुनील तटकरे को नियुक्त किया था। अजित के खेमे ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष से जयंत पाटिल और जितेंद्र अव्हाड को सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने के लिए भी कहा है। वहीं, इससे पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और महासचिव तटकरे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए हटा दिया था। दरअसल, पटेल और तटकरे अजित पवार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे, इसी को लेकर दोनों नेताओं पर कार्रवाई की गई। जयंत पाटिल ने कहा कि अजित पवार के नेतृत्व वाला गुट एक ‘विचारधारावादी’ पार्टी है। उन्हें मुझे राकांपा राज्य इकाई अध्यक्ष के पद से हटाने का कोई अधिकार नहीं है। वहीं, सरकार में शामिल हुए नौ विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने अजित पवार और आठ अन्य विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के समक्ष एक याचिका दायर की थी। जयंत पाटिल ने दावा किया कि सभी विधायक उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सबको पता चला जाएगा कौन किसके साथ है। अजित पवार खेमे ने राजभवन को सौंपे पत्र में दावा किया था कि उन्हें एनसीपी के 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।
जयंत पाटिल का अजित पवार के खेमे पर हमला, कहा- मुझे पद से हटाने का उन्हें अधिकार नहीं
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