मुंबई
गरम जलेबी ज्यादातर लोगों को पसंद है। उत्तर प्रदेश में हर चौक-चौराहे पर जलेबी की दुकान मिल जाती है। लोग जलपान करने के लिए यहां रुक जाते हैं लेकिन मुंबई के दो शूटरों को जलेबी खाना महंगा पड़ गया। पुलिस की `जलेबी’बाजी में आरोपी फंस गए और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल बदमाशों ने फरवरी महीने में नालासोपारा क्षेत्र में फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था, जिसकी तलाश में मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम उत्तर प्रदेश गई थी। पुलिस ने पीछाकर दोनों बदमाशों को चारों तरफ से घेर लिया था। लेकिन बदमाश पुलिस को चकमा देने के लिए भ़ीडभाड़ वाली एक जलेबी की दुकान में ग्राहक बनकर जलेबी खाने लग गए। हालांकि उत्तर प्रदेश की एसटीएफ और क्राइम ब्रांच के अधिकारियों उन्हे धर दबोचा। इस वारदात में शामिल तीसरे आरोपी को वसई से गिरफ्तार किया गया है।
जोन तीन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रमोद बड़ाख ने बताया कि इस वर्ष १४ फरवरी की रात ९ बजे नालासोपारा-पूर्व, मोरेगांव में रहनेवाले राजकुमार गुप्ता, बलीराम गुप्ता पर अंधाधुंध फायरिंग करके धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में शिकायतकर्ता और उसके दोस्त को तीन गोली लग गई थी। बदमाशों ने दोनों को मृत समझकर फरार हो गए थे। हालांकि उनकी जान बच गई। क्राइम ब्रांच की टीम शूटरों की तलाश कर रही थी। इसके लिए मुखबिरों को एक्टिव किया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान मुखबिरों से सूचना मिली की मोरेगांव के शूटर जौनपुर और वाराणसी में छिपकर रहते हैं। सूचना के आधार पर क्राइम टीम और यूपी एसटीएफ ने सटीक लोकेशन के आधार पर दोनों का करीब १५ किमी दूर तक पीछा कर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वर्ष २०१६ में मुख्य आरोपी ने अपने भाई का बदला लेने के लिए कथित तौर पर तीन लाख रुपए की सुपारी दी थी, जिसके बाद बदमाशों ने मिलकर सरेआम बलराम गुप्ता एवं साथ में मौजूद राजकुमार गुप्ता पर फायरिंग करते हुए नारियल काटनेवाले धारदार हथियार (दतिया) से भी हमला किया था। इसके बाद दोनों कभी बनारस तो कभी जौनपुर में लुक-छिप कर रह रहे थे।
जलेबी की जाल में फंस गए बदमाश! १५ किमी पीछा कर किया गया गिरफ्तार
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