
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय (JMI) द्वारा केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम को परीक्षा केंद्रों की सूची से हटाने के फैसले को “अत्यंत अल्पदृष्टि” वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय छात्रों के लिए परेशानी खड़ी करेगा। लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा कि दक्षिण भारत में जामिया का यह एकमात्र परीक्षा केंद्र था, जिसे बिना किसी स्पष्ट कारण के हटा दिया गया है। थरूर ने सवाल उठाया, “इस फैसले की कोई वजह नहीं बताई गई, खासकर छात्रों को। पिछले साल तिरुवनंतपुरम में 550 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इस साल के छात्र कहां जाएंगे? क्या जामिया दक्षिण भारत के छात्रों को नहीं चाहता?” उन्होंने इस निर्णय को “बेहद गलत और दूरदृष्टि के अभाव वाला” बताया। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर विरोध दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा, “ऐसा नहीं होना चाहिए। हमें पूरे देश को एक इकाई के रूप में देखना चाहिए, न कि सिर्फ अपने-अपने क्षेत्र तक सीमित रहना चाहिए। दक्षिण भारत के कई छात्र जामिया में पढ़ना चाहते हैं, उन्हें यह अवसर मिलना चाहिए।”