मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कोर्ट से जमानत मिलने के बाद संजय राउत बुधवार शाम 6.45 बजे आर्थर रोड जेल से बाहर आ गए। 100 दिन बाद जेल से बाहर आते ही राउत फिर से अपने पुराने तेवर में दिखे और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर बरसे। राउत जेल के सामने खड़े होकर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि वह सत्ता में बैठे लोगों से मुकाबला करना जारी रखेंगे। किसी भी हालत में वे नहीं झुकेंगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को भाजपा की सबसे बड़ी राजनीतिक गलती बताई। बता दें कि राउत को प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने 31 जुलाई को गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर निकलने के बाद राउत ने अपने समर्थकों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि मैं बाहर आने के बाद खुशी महसूस कर रहा हूं। हम योद्धा हैं और लड़ते रहेंगे। मैंने अपना पूरा जीवन शिवसेना में बिताया है। मैं सेना के साथ रहा और सेना के साथ मरूंगा, लेकिन मैं सेना को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। मैं इसके बजाय मरना पसंद करूंगा लेकिन सेना को कभी नहीं छोड़ूंगा। राउत ने जेल से बाहर आने के बाद कहा हमारे शिवसैनिक अपनी एकजुटता व्यक्त करने आए हैं। राउत ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने मुझे गिरफ्तार करके कितनी बड़ी गलती की है। यह उनके राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी गलती होगी। उन्हें जल्द ही पता चल जाएगा। मेरे जीवन का प्रत्येक क्षण सेना को समर्पित है। आज, अदालत ने कहा कि गिरफ्तारी अवैध थी। जितनी बार चाहो मुझे गिरफ्तार करो लेकिन मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा। जब मुझे गिरफ्तार किया गया तो मेरे परिवार वाले रोए नहीं थे, लेकिन आज जब मुझे रिहा किया गया तो वे रोए थे। लेकिन अभी रोने का नहीं, लड़ने का समय है। मैं अब आजाद हो गया हूं इसलिए रुकूंगा नहीं और पूरी ताकत से उनके खिलाफ (भाजपा) लड़ूंगा। अब हमें पूरी ताकत से लड़ना होगा।
जेल से बाहर आते ही संजय राउत ने फिर दिखाए तेवर, बोले- मेरी गिरफ्तारी, तुम्हारी सबसे बड़ी गलती
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