कोलकाता में एक व्यक्ति के घर से 30 से ज्यादा लग्जरी ब्रांड वाली घड़ियां बरामद हुई हैं। इन घड़ियों की कीमत 30 करोड़ रुपए से भी ज्यादा बताई जा रही है। मुंबई जोन की राजस्व खूफिया निदेशालय की टीम ने यह छापेमारी की और एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यक्ति बिना सीमा शुल्क चुकाए ही घड़ियों की तस्करी कर रहा था। खूफिया सूचना के आधार पर राजस्व खूफिया निदेशालय ने यह कार्रवाई की। राजस्व खूफिया निदेशालय (डीआरआई) ने सूचना के आधार पर कोलकाता में एक घर पर छापा मारा, जहां उन्हें 30 से ज्यादा लग्जरी ब्रांड की घड़ियां मिली। डीआरआई को पता चला था कि आरोपी विदेश से लौटा है और अपने साथ तस्करी कर कई लग्जरी घड़ियां लेकर आया है। इस पर डीआरआई की टीम ने आरोपी को कोलकाता एयरपोर्ट पर ही दबोच लिया। आरोपी सिंगापुर से लौटा था। आरोपी के पास से डीआरआई ने ग्रुबेल फोर्से घड़ी बरामद की, जिसकी जानकारी उसने कस्टम विभाग को नहीं दी थी।
30 करोड़ से ज्यादा है कीमत
इसके बाद डीआरआई ने आरोपी से पूछताछ की और पूछताछ के आधार पर आरोपी के घर पर छापेमारी कर 30 से ज्यादा और लग्जरी घड़ियां बरामद की। इन घड़ियों में ग्रुबेल फोर्से, परनेल, लुई विटॉन, एमबी एंड एफ, मैड, रोलेक्स, रिचर्ड मिले आदि महंगी घड़ियां शामिल थी। इन घड़ियों की अनुमानित कीमत 30 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई है। बता दें कि नियमों के मुताबिक लग्जरी घड़ियों के आयात पर 38.5 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगती है। आरोपी ने इसे बचाने के लिए तस्करी का रास्ता चुना। आरोपी के खिलाफ कस्टम एक्ट 1962 के तहत धारा 104 में मामला दर्ज किया गया है।
30 करोड़ से ज्यादा है कीमत
इसके बाद डीआरआई ने आरोपी से पूछताछ की और पूछताछ के आधार पर आरोपी के घर पर छापेमारी कर 30 से ज्यादा और लग्जरी घड़ियां बरामद की। इन घड़ियों में ग्रुबेल फोर्से, परनेल, लुई विटॉन, एमबी एंड एफ, मैड, रोलेक्स, रिचर्ड मिले आदि महंगी घड़ियां शामिल थी। इन घड़ियों की अनुमानित कीमत 30 करोड़ रुपए से ज्यादा आंकी गई है। बता दें कि नियमों के मुताबिक लग्जरी घड़ियों के आयात पर 38.5 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी लगती है। आरोपी ने इसे बचाने के लिए तस्करी का रास्ता चुना। आरोपी के खिलाफ कस्टम एक्ट 1962 के तहत धारा 104 में मामला दर्ज किया गया है।