पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, उनके सहयोगी ब्रायन हुक और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की सुरक्षा हटाने पर सीनेट खुफिया समिति के अध्यक्ष ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को अपने फैसले एक बार फिर विचार करना चाहिए। सीनेटर टॉम कॉटन ने कहा है कि यह सुरक्षा सिर्फ उन पूर्व वरिष्ठ राष्ट्रीय अधिकारियों के लिए नहीं है, बल्कि आम लोगों के लिए भी है। वे राष्ट्रपति द्वारा उन लोगों को निशाना बनाए जाने के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं जिन्हें वे अपने विरोधी मानते हैं। कॉटन ने कहा कि राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस में सेवा के लिए योग्य व्यक्तियों को बनाए रखने की जरूरत होती है। इसके लिए कभी-कभी अधिकारियों के लिए सुरक्षा की जरूरत पड़ सकती है। मैंने हाल ही में खुफिया जानकारी देखी है कि तीनों पूर्व अधिकारी ईरान के निशाने पर हैं। सीनेटर ने कहा कि ट्रंप को पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, उनके सहयोगी ब्रायन हुक और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की सुरक्षा पर फिर से विचार करना चाहिए। तीनों अधिकारी ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी पर घातक ड्रोन हमले की योजना बनाने और चर्चा करने में सभी शामिल थे। उन्होंने कहा कि कासिम सुलेमानी पर राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से किए गए हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति के लिए खतरा लगातार बना हुआ है। क्योंकि ईरान इन सभी लोगों से बदला लेने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अफसोस जताने से बेहतर है कि सुरक्षित रहें। यह सिर्फ उन लोगों के बारे में नहीं है जिन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप की उनके पहले कार्यकाल में उनकी नीति को लागू करने में मदद की थी। यह उनके परिवार, दोस्तों और जब वे सार्वजनिक होते हैं तो निर्दोष दर्शकों के बारे में है। कॉटन ने कहा कि तीनों पूर्व वरिष्ठ अधिकारयों की सुरक्षा हटाने के ट्रंप के फैसले से भविष्य में सबसे योग्य सलाहकारों को नियुक्त करने की राष्ट्रपति की क्षमता पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। यह राष्ट्रपति के लिए अच्छे लोगों को पाने और अच्छी सलाह पाने की क्षमता के बारे में भी है।
ट्रंप ने हटा दी थी तीनों अधिकारियों की सुरक्षा
अमेरिका नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, उनके सहयोगी ब्रायन हुक और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की सुरक्षा हटा दी थी। पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ, उनके सहयोगी ब्रायन हुक को ईरान से धमकियां मिलने के कारण सुरक्षा दी गई थी। दोनों ने ट्रंप के पहले प्रशासन के दौरान ईरान पर सख्त रुख अपनाया था। यह कदम ट्रंप की वापसी के बाद उन लोगों को निशाना बनाने का संकेत है, जिन्हें वे विरोधी मानते हैं। इससे पहले, ट्रंप ने अपने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन की सुरक्षा भी वापस ली थी, जिन्होंने एक किताब लिखी थी, जिससे ट्रंप नाराज थे। इस फैसले पर ट्रंप ने कहा था कि क्या आप चाहते हैं कि लोगों की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में लोग जीवन भर तैनात रहें? मेरा मतलब है हर चीज में जोखिम होता है।
तीन पूर्व अधिकारियों की सुरक्षा हटाने पर सीनेटर कॉटन ने जताई आपत्ति, कहा- फैसले पर दोबारा विचार करें ट्रंप
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