मुंबई
मुंबई महानगरपालिका के जरिए भरे जाने वाली विधान परिषद की 2 सीटों के लिए होने वाला चुनाव त्रिकोणीय हो सकता है। कांग्रेस के नगरसेवक सुरेश कोपरकर ने मंगलवार को नामांकन भरने के आखिरी दिन आखरी वक्त में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि, उनके नामांकन में प्रस्तावक और अनुमोदक के रूप में कांग्रेस के नगरसेवकों की ही हस्ताक्षर हैं।
26 नवंबर को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है, अगर इसके बाद भी कोपरकर चुनाव मैदान में बने रहे तो फिर निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता बंद हो जाएगा और विधान परिषद की 2 सीटों के लिए बीएमसी में वोटिंग करानी पड़ेगी।
गुप्त मतदान होगा
उल्लेखनीय है कि विधान परिषद चुनाव के लिए गुप्त मतदान होना है। ऐसे में, अगर त्रिकोणीय मुकाबला होता है, तो नगर सेवकों के खरीद-फरोख्त की संभावना बढ़ जाती है। बीजेपी उम्मीदवार राजहंस सिंह और शिवसेना के उम्मीदवार सुनील शिंदे दोनों ही मजबूत उम्मीदवार हैं। दोनों ही पार्टियों के पास अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए नगरसेवकों के पर्याप्त वोट भी हैं। इसीलिए पहली नजर में तो दोनों ही उम्मीदवारों को कोई खतरा नजर नहीं आता, क्योंकि जीत के लिए 77 वोट चाहिए।
सभी तरफ से मोर्चाबंदी
मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कोपरकर द्वारा नामांकन दाखिल किए जाने के बाद नगरसेवकों की मोर्चाबंदी शुरू हो गई है। राजहंस सिंह बीजेपी के 83 नगरसेवकों के अलावा अन्य पार्टियों के नगरसेवकों के अतिरिक्त वोट जुगाड़ने में लगी है। वहीं, शिवसेना भी इस कोशिश में है की अपने नगरसेवकों के संख्या बल से ज्यादा वोट जुगाड़े जा सकें। ऐसे में, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुरेश कोपरकर की जीत का गणित तभी सफल हो सकता है, जब उन्हें कांग्रेस, एनसीपी, सपा और एमआईएम के सभी नगरसेवकों के वोट मिलें। साथ में, शिवसेना के अतिरिक्त वोट मिलें। कुछ बीजेपी नगरसेवकों के वोट भी मिलें और कुछ दूसरी वरीयता के वोट भी उन्हें मिले।
16 से 23 नवंबर तक नामांकन
24 को नामांकन पत्रों की जांच
26 नवंबर तक नाम वापसी
10 दिसंबर को मतदान
14 दिसंबर को मतगणना
बीएमसी में वोटों की स्थिति
पार्टी वोट
शिवसेना 99
बीजेपी 83
कांग्रेस 30
एनसीपी 08
सपा 06
मनसे 01