#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

दिव्यांग कर्मचारी की श्रेणी बदलने में हुई लापरवाही के बाद विभाग ने अधिकारियों पर की कार्रवाई, दी अनूठी सजा

78

दिव्यांगता मामलों के विभाग ने अधिकारियों को एक अनूठी सजा दी है, जिसके तहत अधिकारियों को पांच दिन तक दिव्यांग छात्रों को सेवा प्रदान करनी होगी। दरअसल सेवा पुस्तिका में एक कर्मचारी की श्रेणी को पीडब्ल्यूडी में अपडेट करने में चार साल की देरी के लिए जिम्मेदार पाया गया। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मुख्य आयुक्त राजेश अग्रवाल ने शिकायतकर्ता कर्मचारी की श्रेणी को सामान्य से दिव्यांग में बदलने में राज्य के स्वामित्व वाली एमटीएनएल की विफलता पर कड़ी अस्वीकृति व्यक्त की। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मुख्य आयुक्त ने महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) को लंबी देरी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान करने और अमर ज्योति चैरिटेबल ट्रस्ट को भेजने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को 31 दिसंबर से पहले विकलांग छात्रों को पांच दिनों की सेवा देने का आदेश दिया गया है, ताकि दिव्यांगता से संबंधित मुद्दों के प्रति उनकी उचित संवेदनशीलता सुनिश्चित की जा सके। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मुख्य आयुक्त का कार्यालय दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने के लिए स्थापित किया गया था। दिव्यांग लोगों के सामने आने वाले मुद्दों पर विचार करने के लिए इसकी सुनवाई नियमित रूप से आयोजित की जाती है।