इस्राइली दूतावास ने भारतीयों के खिलाफ नफरती बयानों की आलोचना की और लोगों से आग्रह किया कि वे फर्जी खबरों और प्रचार के झांसे में न आएं और पहले तथ्यों की जांच करें। गाजा पट्टी में युद्ध और ईरान-इस्राइल तनाव के बाद नफरत भरे बयानों की घटनाएं बढ़ गई हैं। दरअसल, सोशल मीडिया एक भारतीय यूट्यूबर का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें दिखाया गया कि उसे इस्राइली बार में प्रवेश करने से रोक दिया गया। भारत में इस्राइल दूतावास ने इसे फर्जी खबर और प्रचार करार देते हुए लोगों से तथ्यों की जांच करने का आग्रह किया। इस्राइल ने इस बात जोर दिया कि वह अपने भारतीय भाइयों और बहनों से प्यार करता है और उनके खिलाफ नफरत भरे बयान नहीं सुनेगा। भारत में इस्राइली दूतावास ने अपने एक्स हैंडल से मंगलवार को एक पोस्ट किया। इसमें उसने कहा कि यूट्यूबर शुभम कुमार इस्राइल में नई चीजें देख रहे थे और नाइट लाइफ का आनंद ले रहे थे। दूतावास ने कहा, ऐसे समय में जब सोशल मीडिया फर्जी खबरों से भरा हुआ है, हम लोगों से तथ्यों की जांच करने का आग्रह करते हैं। यूट्यूबर शुभम कुमार नाइट लाइफ का आनंद ले रहे थे, जैसा कि उनके द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में स्पष्ट है। कुछ बार भरे हुए थे या वहां जगह पहले से आरक्षित थी। दूतावास ने कहा कि वीडियो को काटकर प्रसारित किया गया है। दूतावास ने कहा, फर्जी न्यूज और दुष्प्रचार का एक कटा हुआ वीडियो प्रसारित हो रहा है। हम कुछ बिंदुओं पर आपका ध्यान चाहते हैं। भारतीयों की तरह इस्राइली अलग-अलग रंगों में आते हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि सभी रंग के लोग बीयर का आनंद ले रहे हैं। हम अपने भारतीय भाइयों और बहनों से प्यार करते हैं। हम उनके खिलाफ नफरती बयानों को नहीं सुनेंगे।
‘दुष्प्रचार के झांसे में न आएं’, भारतीय यूट्यूबर को बार में प्रवेश न देने के दावों पर इस्राइली दूतावास
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