दिल्ली के बाद गुजरात में भी मादक पदार्थो को लेकर सियासत तेज हो रही है। अब गुजरात सरकार ने विधानसभा में बताया है कि राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने पिछले दो वर्षों में (31 दिसंबर, 2022 तक) राज्य में 4,058.01 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ और 211.86 करोड़ रुपये की शराब जब्त की है। राज्य में शराब की बिक्री और सेवन प्रतिबंधित होने के बावजूद शराब और नशीले पदार्थों से संबंधित मामलों में तीन लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने कहा कि दो साल में 1,620.7 करोड़ रुपये की ड्रग्स और शराब के साथ वड़ोदरा जिलों में सबसे ऊपर है, इसके बाद भरूच में 1,389.91 करोड़ रुपये और 1,040.57 करोड़ रुपये के साथ कच्छ तीसरे स्थान पर है। गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने सदन में सवाल-जवाब के दौरान बताया, “राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने दो साल में 31 दिसंबर, 2022 तक 4,058.01 करोड़ रुपये के ड्रग्स और 211.86 करोड़ रुपये की शराब जब्त की।” बता दें कि 1960 में गुजरात के गठन के बाद से ही यहां शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। जब्त की गईं भारतीय निर्मित विदेशी शराब (आईएमएफएल) की राशि 197.45 करोड़ रुपये, बीयर की 10.47 करोड़ रुपये और देशी शराब की राशि 3.94 करोड़ रुपये है। आंकड़ों के मुताबिक, एजेंसियों ने मिलकर दो साल में शराब की करीब 37 लाख बोतलें जब्त की हैं। यह डेटा राज्य के कुल 33 जिलों में से 25 से संबंधित है। आईएमएफएल की जब्ती के मामले में, अहमदाबाद 28.23 करोड़ रुपये की शराब के साथ जिला सूची में सबसे ऊपर है। उसके बाद सूरत में 21.42 करोड़ रुपये, वडोदरा में 14.61 करोड़ रुपये और राजकोट में 13.84 करोड़ रुपये की शराब जब्त की गई है। इसके अलावा मंत्री ने बताया कि पिछले दो वर्षों में कुल 3,39,244 लोगों को जब्त ड्रग्स और शराब के साथ गिरफ्तार किया गया हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में सांघवी ने विधानसभा को बताया कि राज्य के समुद्र तट से आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 924.97 करोड़ रुपये मूल्य का 184.99 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया। इस संबंध में 32 पाकिस्तानी नागरिकों, एक अफगान और सात भारतीयों को गिरफ्तार भी किया गया है। इसके अलावा, 31 जनवरी, 2023 तक दो साल में अडानी बंदरगाह से 375.50 करोड़ रुपये की 75 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। सितंबर 2021 में, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), एक केंद्रीय एजेंसी ने मुंद्रा बंदरगाह पर दो कंटेनरों से लगभग 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, जिसके बारे में माना जाता है कि यह अफगानिस्तान में उत्पन्न हुई थी और वैश्विक बाजारों में इसकी कीमत लगभग 21,000 करोड़ रुपये थी। इसे भारत में अब तक की सबसे बड़ी हेरोइन की खेप बताई जा रही है।
दो साल में गुजरात से 4,058 करोड़ का मादक पदार्थ जब्त, सरकार ने विधानसभा में दी जानकारी
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