ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की कप्तानी में भारत ने श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज 2-1 से जीत ली। तीसरे टी20 में सूर्यकुमार यादव की 51 गेंदों पर नाबाद 112 रन की पारी ने टीम इंडिया को 228/5 तक पहुंचाया। जवाब में श्रीलंकाई टीम 137 रनों पर सिमट गई। इस तरह भारत ने 91 रन से जीत दर्ज की। इस तरह टीम इंडिया ने टी20 सीरीज में जीत के साथ अपने कैलेंडर वर्ष की शुरुआत की है। अब हार्दिक पांड्या की अगुआई वाली टीम को प्रशंसकों और पूर्व क्रिकेटरों से काफी प्रशंसा मिल रही है। हालांकि, भारत के पूर्व कप्तान अजय जडेजा की भारतीय टीम के लिए एक सलाह है कि उन्हें सीमित ओवरों के प्रारूप में अपने अंतिम प्लेइंग-11 में अधिक ऑलराउंडरों को शामिल करना चाहिए।
जडेजा ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह अपने प्लेइंग इलेवन का चयन करने के मामले में चैंपियन थे, क्योंकि जब ऑलराउंडरों की बात आती है तो उनके पास कई विकल्प होते थे। जडेजा ने कहा- अगर मेरे पास पांच गेंदबाज हैं तो आप जानते हैं कि मैं एक्स, वाई या जेड से ही गेंदबाजी कराऊंगा। ऐसे में विपक्षी टीम आपके खिलाफ आसानी से योजना बना सकती है, लेकिन अगर मेरे पास सात-आठ गेंदबाज हैं जो विभिन्न चरणों में गेंदबाजी कर सकते हैं। ऐसे में विपक्ष आपके खिलाफ कैसे योजना बनाएगा? इसी तरह आप खेल को चलाते हैं। महेंद्र सिंह धोनी इसमें चैंपियन थे। अजय जडेजा ने कहा- ऐसे दिन होंगे जब रवींद्र [जडेजा] ने एक भी गेंद नहीं फेंकी होगी। अगर आप चारों [हार्दिक पांड्या, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा] को मौका दे सकते हैं तो इन्हें एकसाथ खिलाएं। इसमें क्या गलत है? ये सभी काफी अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी कर सकते हैं। यह सिर्फ एक विचार है। आप एक और ऑलराउंडर भी जोड़ सकते हैं, बॉलर ऑलराउंडर, अश्विन को भी मौका दे सकते हैं। समस्या यह है कि आप अभी भी शीर्ष पांच-छह बल्लेबाजों को टीम में रखते हैं। तो उसमें छेड़छाड़ न करें, फिर इन लोगों को ऑलराउंडर के रूप में जोड़ें, क्योंकि गेंदबाजी थोड़ी कमजोर है।