भारतीय विकेटकीपर संजू सैमसन के पिता विश्वनाथ सैमसन ने भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े नामों जैसे विराट कोहली, एमएस धोनी, राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इन पूर्व कप्तानों और कोच ने अंतरराष्ट्रीय स्तर सैमसन को लगातार मौके नहीं देकर उनके 10 साल बर्बाद कर दिए। सैमसन फिलहाल दक्षिण अफ्रीका में हैं और चार मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज में खेल रहे हैं। सीरीज के शुरुआती दो मैचों में सैमसन ने शतक जमाया, लेकिन इसके बाद अगले दो मैचों में शून्य पर आउट हुए। केरल स्थित एक समाचार आउटलेट ‘मीडिया वन’ के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में विश्वनाथ सैमसन ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि उनके बेटे का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक दशक बर्बाद हुआ। उन्होंने विशेष रूप से पूर्व कप्तानों एमएस धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा के साथ-साथ पूर्व कोच राहुल द्रविड़ पर भी निशाना साधा। विश्वनाथ ने आरोप लगाया कि इन लोगों के फैसलों ने संजू के अंतरराष्ट्रीय करियर को प्रभावित किया था। उन्होंने कहा, तीन-चार लोग ऐसे हैं जिन्होंने मेरे बेटे के महत्वपूर्ण करियर के 10 साल बर्बाद कर दिए। इनमें धोनी जी, विराट जी, रोहित जी और कोच द्रविड़ जी जैसे कप्तान शामिल हैं। उन्होंने मेरे बेटे के जीवन के 10 साल बर्बाद कर दिए।’ लगातार मौके न मिलने के बावजूद विश्वनाथ सैमसन ने अपने बेटे के दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘जितना अधिक उन्होंने उसे चोट पहुंचाई, उतनी ही मजबूती से संजू संकट से बाहर आया।’ विश्वनाथ ने भारतीय टीम के मौजूदा और पूर्व नेतृत्व की आलोचना करने के अलावा पूर्व क्रिकेटर क्रिस श्रीकांत पर भी निशाना साधा। विश्वनाथ ने श्रीकांत पर संजू की उपलब्धियों को कमतर आंकने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे सबसे ज्यादा दुख तमिलनाडु के पूर्व खिलाड़ी श्रीकांत की टिप्पणी से हुआ। उन्होंने कहा, “श्रीकांत ने कहा कि ‘संजू ने किसके खिलाफ शतक लगाया? यह बांग्लादेश जैसी टीम थी।’ शतक तो शतक होता है और खुद श्रीकांत ने बांग्लादेश के खिलाफ केवल 26 रन बनाए हैं। संजू ने शतक बनाया है और वह सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ की तरह क्लासिकल टच वाले खिलाड़ी हैं। कम से कम इसका सम्मान तो करें।”
संजू सैमसन अपने शांत व्यवहार और विनम्रता के लिए जाने जाते हैं और आमतौर पर विवाद से बचते हैं। हालांकि, उनके पिता के ये बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए हैं। इसने फैंस और क्रिकेट पंडितों के बीच बहस छेड़ दी है। आलोचनाओं के बावजूद सैमसन ने हमेशा धैर्य दिखाया है। वह टी20 अंतरराष्ट्रीय में लगातार दो शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने थे। हालांकि, इसके बाद अगले दो टी20 में वह शून्य पर आउट हुए और एक कैलेंडर वर्ष में टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ी भी बन गए। सैमसन ने अपने बयान में हमेशा सूर्यकुमार और गौतम गंभीर की तारीफ की है।