नई दिल्ली, संकट में फंसी देश की सबसे पुरानी निजी एयरलाइन जेट एयरवेज एक बार फिर से उड़ान भरने को तैयार है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने जेट एयरवेज के लिए कालरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान के रिजॉल्यूशन प्लान को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी दे दी है। कालरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान ने जेट एयरवेज के लिए सफल बोली लगाई थी। उन्हें 90 दिन के भीतर संबंधित एजेंसियों से जरूरी मंजूरी लेने को कहा गया है।
कालरॉक कैपिटल और मुरारी लाल जालान की बोली को कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स ने पिछले साल अक्टूबर में मंजूरी दी थी। इन दोनों के पास एयरलाइन संचालन का कोई अनुभव नहीं है। ब्रिटेन की एसेट मैनेजमेंट कंपनी है जबकि मुरारी लाल जालान यूएई के उद्य़मी हैं। रिजॉल्यूशन प्लान के मुताबिक सफल बोलीकर्ता ने जेट एयरवेज के रिवाइवल के लिए 1,375 करोड़ रुपये कैश निवेश करने का प्रस्ताव रखा है। इसमें कहा गया है कि एनसीएलटी की मंजूरी मिलने के बाद 6 महीने के भीतर 30 एयरक्राफ्ट्स के साथ एयरलाइन फिर से कामकाज शुरू कर देगी। कब हुई थी बंद नरेश गोयल ने 25 साल पहले जेट एयरवेज की स्थापना की थी। भारी घाटे और कर्ज के कारण जेट एयरवेज अप्रैल 2019 में बंद हो गई थी। उस समय कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल को 500 करोड़ रुपये की जरूरत थी, लेकिन वे इसे जुटा नहीं पाए। हालात यह हो गई कि कंपनी कर्मचारियों की सैलरी और अन्य खर्च भी नहीं निकल पा रही थी। जेट एयरवेज बंद होने के बाद इसके करीब 17 हजार कर्मचारी सड़क पर आ गए थे। इसके बाद जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने नरेश गोयल को कंपनी के बोर्ड से हटा दिया था। कंपनी को जून 2019 में रिजॉल्यूशन प्रोसेस में भेजा गया था।
नई उड़ान भरने को तैयार जेट एयरवेज! रिजॉल्यूशन प्लान को एनसीएलटी की मंजूरी
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