अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ 2020 में चुनाव नतीजे पलटने के आरोप में मामला चल रहा है। अब इस मामले की जांच रिपोर्ट अमेरिकी न्याय विभाग ने मंगलवार को अमेरिकी संसद के सदस्यों को भेजी है। इस मामले के विशेष अभियोजक जैक स्मिथ ने यह रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में जैक स्मिथ ने कहा है कि ट्रंप पर आरोप लगाने का फैसला मेरा था। इस मामले में अमेरिकी इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब किसी पूर्व राष्ट्रपति को संघीय मामले में आरोपी बनाया गया। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, ट्रंप ने इस रिपोर्ट को गुप्त रखने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो सके और रिपोर्ट अब सार्वजनिक कर दी गई है क्योंकि फिलहाल यह मामला बंद है। जैक स्मिथ ने गोपनीय दस्तावेज से जुड़े मामले में भी जांच रिपोर्ट तैयार की है, लेकिन वह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई क्योंकि अभी उस मामले में सुनवाई चल रही है। न्याय विभाग (डीओजे) के विशेष वकील जैक स्मिथ ने ट्रंप पर जो आरोप लगाए थे, उनमें अमेरिका को धोखा देने की साजिश, आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश, आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने का प्रयास, और अधिकारों के विरुद्ध साजिश जैसे आरोप शामिल हैं। हालांकि ट्रंप ने सभी आरोपों से इनकार किया और खुद को निर्दोष बताया था।
6 जनवरी के दंगे के दोषियों को माफ कर सकते हैं ट्रंप
रिपोर्ट तब जारी की गई है जब ट्रम्प ने कहा कि वह 6 जनवरी 2020 को कैपिटल हिल में हुए दंगे के आरोपियों को माफ करने की तैयारी कर रहे हैं। 6 जनवरी के दंगे के मामे में 1,580 से अधिक लोगों पर आरोप लगाए गए हैं और 1,270 से अधिक को गैरकानूनी परेड से लेकर देशद्रोह जैसे आरोपों में दोषी ठहराया गया है। इनमें से 700 से अधिक लोग पहले ही अपनी सजा पूरी कर चुके हैं या उन्हें सजा ही नहीं हुई। दंगे के मामले में सजा पाए लोगों में प्राउड बॉयज़ के पूर्व अध्यक्ष एनरिक टैरियो भी शामिल हैं, जिन्हें 2023 में देशद्रोही साजिश का दोषी पाया गया था और संघीय जेल में 22 साल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने हाल ही में कहा कि हिंसा करने वालों को ‘स्पष्ट रूप से’ माफ़ नहीं किया जाना चाहिए।