महाराष्ट्र के पुणे में पत्रकार निखिल वागले की कार पर शुक्रवार को कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हमला किया। अधिकारियों ने बताया कि हमले के वक्त वह एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जा रहे थे। कार्यकर्ता भाजपा के वरिष्ठ नेता को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ वागले की टिप्पणियों का विरोध कर रहे थे। डेक्कन पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकार की कार पर स्याही फेंकी। पुलिस सुरक्षा के तहत कार में सवार वागले राष्ट्र सेवा दल की ओर से आयोजित ‘निर्भय बानो’ कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जा रहे थे। अधिकारी ने बताया कि बाद में वागले पुलिस सुरक्षा में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने में कामयाब रहे। ‘निर्भय बानो’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निखिल वागले ने कहा कि वह उन सभी को माफ करते हैं, जिन्होंने उन पर हमला किया। वागले ने कहा कि उन पर इससे पहले छह बार हमला हो चुका है। पत्रकार की कार पर हमले को लेकर पुणे के एसीपी प्रवीण पाटिल ने कहा कि यहां एक कार्यक्रम होना था। पुलिस ने कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं दी थी, क्योंकि जो व्यक्ति यहां आ रहा था उसके खिलाफ केस दर्ज थे। पुलिस उनसे पहले ही संपर्क कर चुकी थी। लेकिन उन्होंने फिर भी कार्यक्रम में आने चाहते थे। हमने पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती की थी। लेकिन जैसे ही निखिल अपने निर्धारित कार्यक्रम स्थल से थोड़ा दूर थे और किसी ने उनकी कार पर पथराव कर दिया। एसीपी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वागले के खिलाफ पुणे में मामला दर्ज
इससे पहले दिन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर वागले के खिलाफ पुणे में मामला दर्ज किया गया था। अधिकारी ने कहा, निखिल वागले पर विश्रामबाग थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 500 (मानहानि) और 505 (उकसाने वाले बयान देने) के तहत आरोप लगाया गया है। हम मामले की जांच कर रहे हैं।