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बंगाल में 60 हजार करोड़ की 61 रेल परियोजनाएं अटकीं, ममता सरकार राजनीति से ऊपर नहीं उठ रही

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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में रेलवे की 60,000 करोड़ रुपये की करीब 61 परियोजनाएं राज्य सरकार की वजह से अटकी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के लिए रेलवे को भूमि सौंपने का काम रुका पड़ा है। टीएमसी सरकार राजनीति से ऊपर नहीं उठ रही है। सियालदह स्टेशन पर कई रेलवे परियोजनाओं और ट्रेन सेवाओं का उद्घाटन करने के बाद रेल मंत्री ने कहा, कि इस तरह के निवेश तभी संभव होंगे, जब राज्य सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 26 किलोमीटर की मेट्रो रेलवे परियोजनाएं हैं, जहां भूमि संबंधी मुद्दों के कारण काम आगे नहीं बढ़ सका। वैष्णव ने कहा, लोगों के कल्याण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। विकास समय की मांग है। रेलवे परियोजनाओं को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। अगर राज्य सरकार हमारा समर्थन करती, तो लोगों की भलाई के लिए इन 61 लंबित परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है।

हादसों में 60 फीसदी की कमी  
रेलवे दुर्घटनाओं पर बढ़ती चिंताओं पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दस साल पहले, सालाना 171 दुर्घटनाएं होती थीं, लेकिन पिछले साल यह संख्या घटकर 40 हो गई है। रेल हादसे में लगभग 60 प्रतिशत से अधिक की कमी आई है। यूपीए सरकार के तहत औसतन 450-500 सालाना पटरी से उतरने की घटनाएं होती थीं, जो अब घटकर लगभग 80 हो गई हैं। मंत्री ने कहा, रेलवे सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कवच का विकास अब पूरा हो गया है। कवच 4.2 को हाल ही में कोटा और सवाई माधोपुर में लागू किया गया है।