#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

बीजेपी ने शिवसेना नेता फोड़कर बनाया उम्मीदवार

644

मुंबई
महाराष्ट्र में जिस देगलूर विधानसभा सीट के लिए 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है, उसके लिए बीजेपी ने अपने किसी नेता को टिकट देने के बजाय शिवसेना नेता सुभाष साबणे को उम्मीदवार बनाया है। उम्मीदवारी घोषित होने के बाद साबणे ने शिवसेना छोड़ बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया।

पिछले विधानसभा चुनाव में साबणे को कांग्रेस के उम्मीदवार रावसाहेब अंतापुरकर ने 22,433 वोट के अंतर से हरा दिया था। गत वर्ष कोरोना काल में अंतापुरकर का निधन हो गया। उनके निधन के कारण इस सीट पर उप चुनाव हो रहा है। मराठवाडा के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करने गए बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने साबणे से मुलाकात के बाद उनकी बीजेपी से उम्मीदवारी का ऐलान किया। दरअसल, जब यह साफ हो गया कि आघाडी के चलते शिवसेना इस उपचुनाव में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। ऐसे में साबणे के समक्ष शिवसेना छोड़ बीजेपी से टिकट पाने के अलावा और कोई विकल्प बचा भी नहीं था।

नम आंखों से शिवसेना छोड़ने का ऐलान
रविवार को जब साबणे ने शिवसेना छोड़ने का ऐलान किया, तो उनकी आंखें भर आईं। टीवी चैनलों पर महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें रोते हुए देखा। साबणे ने कहा कि वह 1984 से शिवसेना में काम कर रहे थे। इतने वर्षों में शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे और वर्तमान पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे दोनों ने उन्हें बहुत कुछ दिया, लेकिन जिस कांग्रेस के खिलाफ वह इतने वर्षों से लड़ते आए हैं, अब उसके लिए उप चुनाव में वोट मांगना संभव नहीं है।

उद्धव के सामने बड़ी चुनौती
दरअसल, साबणे ने जो सवाल उठाया है, वह सवाल आने वाले चुनावों में शिवसेना और उद्धव ठाकरे के सामने बड़ी चुनौती बन कर खड़ा होगा। अगर 2024 के विधानसभा चुनाव शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर लड़ा, तो तीनों पार्टियों के कई बड़े नेताओं को अपने-अपने चुनाव क्षेत्रों में पीछे हटना पड़ेगा।

अशोक चव्हाण को किया टारगेट
देगलूर विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तथा वर्तमान पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण के गृह जिले नांदेड में आता है। साबणे ने शिवसेना छोड़ते हुए चव्हाण को ही टारगेट किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चव्हाण पूरे जिले में एकाधिकार चलाना चाहते हैं और जिले में शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।

कांग्रेस अंतापुरकर के बेटे को बना सकती है उम्मीदवार
कांग्रेस के जिस विधायक रावसाहेब अंतापुरकर के निधन से देगलूर सीट पर उप चुनाव हो रहा है, उनकी पहचान क्षेत्र में कर्मठ और जुझारू नेता की रही है। महाविकास आघाडी की ओर से कांग्रेस अंतापुरकर के बेटे को उम्मीदवारी दे सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *