महाराष्ट्र के भंडारा जिले में एक 35 वर्षीय महिला से दुष्कर्म को बेहद शर्मनाक बताते हुए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों को संभालने के लिए फिर से संवेदनशील बनाया जाएगा। विधान परिषद में बहस का जवाब देते हुए फडणवीस, ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एसओपी मौजूद हैं लेकिन उनका पालन नहीं किया जाता है। पुलिस थाने और अस्पताल में उसका पालन करना पड़ता है। मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों को फिर से संवेदनशील बनाया जाएगा। घटना 30 जून की है जब महिला भंडारा जिले के गोरेगांव तहसील के कमरगांव स्थित अपने भाई के घर जा रही थी। उसके साथ एक ड्राइवर ने दोस्ती की और फिर दुष्कर्म कर उसे वहीं छोड़ गया। बाद में पीड़िता को लखनी पुलिस थाने ले जाया गया और अगली सुबह उसे जाने दिया गया। अगले दिन कन्हलमोह में दो अन्य लोगों अमित साल्वे और एजाज अंसारी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। 2 अगस्त को कुछ राहगीरों ने उसे बेहोश पड़ा पाया और कर्धा पुलिस को सूचित किया, जिसने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। डिप्टी-सीएम फडणवीस ने कहा कि महिला मनोविकृति से पीड़ित है और उसका इलाज चल रहा है। वह बहुत सी बातें नहीं बता पा रही है। उन्होंने कहा कि पहले आरोपी को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। महिला ने खुलासा किया कि टेम्पो चालक श्रीराम मुर्कुटे ने उसके साथ दुष्कर्म किया। फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने उस नाम के लोगों और वाहन की भी जांच कर आरोपी का पता लगाने की कोशिश की। उन्हें इसी नाम का यवतमाल का एक 18 वर्षीय व्यक्ति मिला, लेकिन उसका विवरण मेल नहीं खाता, जबकि इसी नाम का एक अन्य व्यक्ति बालाघाट जेल में बंद था। फडणवीस ने कहा कि ऐसा लगता है कि टेम्पो चालक स्थानीय है और महिला ने कहा कि चूंकि उसने उसके साथ अच्छा व्यवहार किया, इसलिए वह कोई मामला दर्ज नहीं करना चाहती थी।
भंडारा दुष्कर्म: फडणवीस बोले- बेहद शर्मनाक घटना, पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों को बनाया जाएगा संवेदनशील
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