भारत वैश्विक गठबंधनों में बदलाव के अवसर का लाभ उठाकर अपनी आर्थिक क्षमता को बढ़ा सकता है और वैश्विक आपूर्ति शृंखला प्रणाली में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका रह सकती है। महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने अपने नए साल के संदेश में यह बात कही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सिर्फ अपनी रक्षा करने के अलावा और भी बहुत कुछ करने की स्थिति में है। नए साल पर समूह के कर्मचारियों को भेजे गए संदेश में महिंद्रा ने कहा कि भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंध अधिकाधिक लेन-देन वाले बन सकते हैं, यह राष्ट्रीय हित और राष्ट्रीय ताकत के दम पर संचालित होंगे। महिंद्रा ने लिखा, ‘‘वैश्विक स्तर पर पिछले कुछ वर्ष झटकों, बदलावों और अनिश्चितताओं से भरे रहे हैं। बीता वर्ष भी इसका अपवाद नहीं है। हम एक परिवर्तनशील विश्व देख रहे हैं, जहां परस्पर निर्भरता और समतल विश्व अतीत की बातें हो सकती हैं।’’ महिंद्रा ने कहा, ‘‘भारत अपनी रक्षा करने के अलावा और भी बहुत कुछ करने की स्थिति में है…यह सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर सकता है। यह राजनीतिक स्थिरता का दावा कर सकता है, जो इसके मजबूत लोकतंत्र पर आधारित है जो आम चुनाव में पूरी तरह से प्रदर्शित हुआ। आम चुनाव में एक अरब से अधिक लोगों के देश ने निर्बाध, शांतिपूर्ण व प्रभावी ढंग से मतदान किया।’’ उन्होंने कहा कि भारत वैश्विक आपूर्ति शृंखला प्रणाली में प्रमुख स्थान पाने के लिए संबंधों व गठबंधनों में बदलाव लाकर और उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाकर अपनी आर्थिक क्षमता को बढ़ा सकता है।
भारत खुद की रक्षा करने से कहीं अधिक करने की स्थिति में, नए साल के संदेश में बोले आनंद महिंद्रा
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