अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। 20 जनवरी को वह आधिकारिक रूप से राष्ट्रपति पद ग्रहण करेंगे। ट्रंप के शपथ ग्रहण के लिए दुनिया भर के नेताओं से लेकर तकनीकी दिग्गजों और कारोबारी दिग्गजों तक को निमंत्रण दिया गया है। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर वहां भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। हालांकि अमेरिका दौरे के दौरान एस जयशंकर वहां किससे-किससे मुलाकात करेंगे, ये अभी साफ नहीं हुआ है, लेकिन विदेश मंत्री के इस दौरे को भारत-अमेरिका के बीच के संबंधों में और गहराई और मजबूती के रूप में देखा जा रहा है।
भारत-अमेरिका से संबंधों में मजबूती के संकेत
ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री एय जयशंकर के शामिल होने की बात पर विदेश मामलों के विशेषज्ञ रोबिंदर सचदेवा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर की अमेरिका यात्रा भारत-अमेरिका के रिश्ते में मजबूती का यह एक महत्वपूर्ण संकेत है। विदेश मामले के जानकारी रोबिंदर सचदेवा ने कहा कि यह यात्रा भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक संबंधों को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में विदेश मंत्री का जाना यह दिखाता है कि भारत एक महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी बन चुका है। सचदेवा ने यह भी कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर इस अवसर का इस्तेमाल यूक्रेन-रूस संघर्ष जैसे वैश्विक मुद्दों पर अमेरिका के साथ चर्चा करने के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के लिए यह एक महत्वपूर्ण यात्रा होगी, खासकर रूस-यूक्रेन संघर्ष को लेकर जो ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकताओं में है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही रूस और यूक्रेन के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें की हैं। वे इस संघर्ष के समाधान में मदद कर सकते हैं।
विदेश मंत्रालय ने की पुष्टि
डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण में विदेश मंत्री एस जयशंकर के शामिल होने की बात पर विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है। मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञाप्ति में बताया गया कि एस जयशंकर 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह समारोह अमेरिकी कांग्रेस द्वारा ट्रंप की चुनावी जीत को प्रमाणित किए जाने के दो हफ्ते बाद होगा।