#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

मध्यप्रदेश में बारिश: बाढ़ की चपेट में आए 1171 गांव, बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया

574

मध्य प्रदेश में मौसम विभाग ने  25 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना और भिंड में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजेश राजोरा ने बताया कि शिवपुरी, श्योपुर, ग्वालियर और दतिया जिलों में बचाव कार्य के लिए सेना को बुलाया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालात की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी है, जिन्होंने हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार की सुबह शिवपुरी जिले के पिपरौधा गांव में पांच लोगों को बचाया गया। इसके अलावा बीची गांव में तीन लोग करीब 24 घंटे तक एक पेड़ पर फंसे रहे। ये लोग बचने के लिए पेड़ पर चढ़ गए थे और बाद में निकलने का कोई रास्ता न मिलने पर वहीं रह गए। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के एक दल ने नाव की मदद से इन तीनों लोगों को बचाया। उन्होंने कहा बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया जाएगा। चौहान ने कहा कि अत्यधिक वर्षा के चलते ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के कुल 1171 गांव प्रभावित हुए हैं, खास तौर पर शिवपुरी व श्योपुर, जहां हुई 800 मिलीमीटर बारिश की वजह से बाढ़ के हालात बन गए हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और एसडीआरएफ ने 1600 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। 200 गांव अभी भी बाढ़ग्रस्त हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि प्रभावित इलाकों में लोगों को बचाने के लिए नावों की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा, ‘अतिवृष्टि के कारण मध्यप्रदेश के ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के 1100 से अधिक गांव प्रभावित हैं। शिवपुरी और श्योपुर में दो दिन में ही 800 मिमी बारिश हो गई है। इस अप्रत्याशित बारिश से बाढ़ की स्थिति बनी है। मैं कल से बाढ़ग्रस्त इलाकों के स्थानीय प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में हूं। मणिखेड़ा डैम के 10 गेट खोले गए हैं। प्रभावित गांवों को पहले ही सतर्क कर दिया गया था। लोगों को ऊंचे स्थानों पर भेजकर सुरक्षित किया गया और राहत शिविर व भोजन की व्यवस्था की गई है।’

 

6 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *