पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने पैसे का इस्तेमाल करके संदेशखली के बारे में भ्रम फैलाया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आह्वान किया कि वह घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें, क्योंकि भाजपा द्वारा रची गई साजिश का हालिया स्टिंग में खुलासा हो गया है। बनर्जी ने चुनाव आयोग पर मोदी सरकार के आदेश पर काम करने और प्रिंट मीडिया के एक हिस्से में उनकी तस्वीर के साथ पूरे पन्ने पर विज्ञापन दिए जाने पर आंखें मूंदने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, जब आपको (नरेंद्र मोदी) अपनी योजनाओं के लिए लोगों से समर्थन मिलने पर इतना भरोसा है तो आपको अखबारों में अपनी तस्वीर लगाने की जरूरत क्यों है? मतदान जारी है और आदर्श आचार संहित लागू है। मैं जानती हूं कि अखबार की मजबूरियां हो सकती हैं। बनर्जी बोलपुर में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) उम्मीदवार असित कुमार मल और बीरभूम उम्मीदवार शताब्दी रॉय के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहीं थीं। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर चुनाव आयोग जाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा, अगर हमें रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती के दिन उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करना हो तो हमें आयोग से अनुमति लेनी पड़ती है। चुनाव आयोग निष्क्रिय बैठा है, इसीलिए ऐसी चीजें हो रही हैं। संदेशखली को लेकर बनर्जी ने कहा, भाजपा ने सरासर झूठ गढ़ा। उसने कुछ लोगों को झूठ बोलने के लिए पैसे देकर साजिश रची। टीएमसी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें संदेशखली में भाजपा मंडल अध्यक्ष होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति गंगाधर कयाल को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पूरी साजिश के पीछे पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी का हाथ है। कथित वीडियो में व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि अधिकारी ने उसे और क्षेत्र के अन्य भाजपा नेताओं को शाहजहां शेख सहित तीन टीएमसी नेताओं के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप लगाने के लिए तीन-चार स्थानीय महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था। बनर्जी ने कहा, क्या किसी ने कल्पना की थी कि भाजपा इतने नीचे गिर जाएगी कि संदेशखली पर झूठी अफवाह फैलाएगी? इस तरह के जघन्य आरोप लगाकर पश्चिम बंगाल की माताओं का अपमान न करें। हमारी पार्टी के खिलाफ झूठे आरोप लगाने के लिए पैसे की पेशकश करके राज्य की महिलाओं का अपमान करने की हिम्मत न करें।
आरोपों से नहीं बच सकती टीएमसी: अधिकारी
वहीं, अधिकारी ने बनर्जी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वीडियो में कयाल की आवाज कृत्रिम (आर्टिफिशियल) तरीके से बनाई गई है। पूर्व मेदिनीपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अधिकारी ने महिलाओं की ओर से दर्ज कराई गई शिकायतों का जिक्र किया और कहा कि एक फर्जी वीडियो जारी करने से टीएमसी आरोपों से मुक्त नहीं होगी। उन्होंने कहा, पूरा देश जानता है कि संदेशकली में क्या हुआ। वहां महिलाओं द्वारा सैकड़ों शिकायतें दर्ज कराई गईं। उन सभी पर अत्याचार किए गए थे। टीएमसी छेड़छाड़ किए हुए वीडियो को लाकर आरोपों से नहीं बच सकती।
ममता बनर्जी का आरोप- पैसे का इस्तेमाल कर संदेशखली के बारे में फैलाया गया भ्रम, भाजपा ने किया पलटवार
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