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मराठी और गैर मराठी मुस्लिम उद्धव के साथ, ठाकरे के समावेशी हिंदुत्व को MMSS का समर्थन

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महाराष्ट्र के मराठी भाषी और गैर मराठी भाषी मुस्लिमों ने उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना का समर्थन किया है। बीते दिनों मराठी मुस्लिम सेवा संघ (MMSS) के एक प्रतिनिधि मंडल ने ठाकरे से मुलाकात कर अपना समर्थन जताया है। एमएमएसएस के प्रमुख फकीर ठाकुर का कहना है कि जब से हमने ठाकरे से मुलाकात की है, तब से पूरे महाराष्ट्र से हमें फोन आ रहे हैं और हमारे फैसले का समर्थन किया जा रहा है। मराठी मुस्लिम सेवा संघ के प्रतिनिधियों ने पिछले सप्ताह ठाकरे से मुलाकात की थी। उन्होंने दावा किया कि समर्थन करने वालों में राकांपा व कांग्रेस के समर्थक मराठी मुस्लिम भी हैं। बता दें, एमएमएसएस में पूरे महाराष्ट्र में मछुआरों से लेकर शिक्षकों तक, सभी वर्गों के मुसलमानों के बीच काम करने वाले 180 संगठन शामिल हैं। गत शुक्रवार को एमएमएसएस के 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर आगामी नगरपालिका चुनावों में उनके समर्थन का वादा किया था। उन्होंने ठाकरे से यह भी कहा कि महाराष्ट्रियों के रूप में हम भी आपके साथ हुए विश्वासघात से आहत हैं। हमें मिलकर इन देशद्रोहियों को सबक सिखाना चाहिए।
‘हम मराठी हैं, हम साथ काम करेंगे’
एमएमएसस नेताओं की उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद शिवसेना के अखबार ‘सामना’ में खबर प्रकाशित हुई थी। इसका शीर्षक था, ‘मराठी आहोत..एकत्र काम करु!'(हम मराठी हैं, साथ-साथ काम करेंगे)। मएमएसएस ने हमेशा अपनी मराठी पहचान पर जोर दिया और खुद को उर्दू भाषी उत्तर भारतीय मुस्लिम वर्ग दूर रखा, जो दशकों से महाराष्ट्र में मुस्लिम राजनीति पर हावी है। इन मुस्लिम नेताओं को राज्य में मुस्लिमों की दशा की जानकारी नहीं है, फिर भी ये कांग्रेस व राकांपा में सक्रिय हैं।

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