#BREAKING LIVE :
मुंबई हिट-एंड-रन का आरोपी दोस्त के मोबाइल लोकेशन से पकड़ाया:एक्सीडेंट के बाद गर्लफ्रेंड के घर गया था; वहां से मां-बहनों ने रिजॉर्ट में छिपाया | गोवा के मनोहर पर्रिकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, परंपरागत रूप से हुआ स्वागत | ‘भेड़िया’ फिल्म एक हॉरर कॉमेडी फिल्म | शरद पवार ने महाराष्ट्र के गवर्नर पर साधा निशाना, कहा- उन्होंने पार कर दी हर हद | जन आरोग्यम फाऊंडेशन द्वारा पत्रकारो के सम्मान का कार्यक्रम प्रशंसनीय : रामदास आठवले | अनुराधा और जुबेर अंजलि अरोड़ा के समन्वय के तहत जहांगीर आर्ट गैलरी में प्रदर्शन करते हैं | सतयुगी संस्कार अपनाने से बनेगा स्वर्णिम संसार : बीके शिवानी दीदी | ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आरती त्रिपाठी हुईं सम्मानित | पत्रकार को सम्मानित करने वाला गुजरात गौरव पुरस्कार दिनेश हॉल में आयोजित किया गया | *रजोरा एंटरटेनमेंट के साथ ईद मनाएं क्योंकि वे अजमेर की गली गाने के साथ मनोरंजन में अपनी शुरुआत करते हैं, जिसमें सारा खान और मृणाल जैन हैं |

मस्जिद विवाद पर बोले अविमुक्तेश्वरानंद महाराज-लड़ाई झगड़े से नहीं, बैठकर निकाला जाना चाहिए हल

1

उत्तरकाशी समेत देशभर में सामने आ रहे मस्जिद विवादों पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि इन विवादों से हिंदू और मुस्लिम दोनों को दुख होता है। लड़ाई-झगड़ा से इसका हल नहीं निकलेगा। बल्कि जिसके पास जो प्रमाण हो, उसे मिल-बैठकर देखकर, जहां जैसी परिस्थिति प्रमाणिक रूप से निकले वहां वैसा स्वरूप देना जाना चाहिए। बृहस्पतिवार को अपनी शीतकालीन चारधाम यात्रा पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए। यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने उत्तरकाशी समेत देशभर में सामने आ रहे मस्जिद विवाद पर खुलकर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जो मस्जिदें बनी हैं, जब उनके बारे में यह चर्चा होती है कि यह हिंदू धर्मस्थान को तोड़कर उनके ऊपर बना दी गई हैं तो इससे हिंदुओं में दुख और आक्रोश उत्पन्न होता है। वहीं, मुसलमानों को भी पीड़ा होती है कि कहीं उनके पूर्वज सही में अत्याचारी तो नहीं थे, उनके मन में यह भी आता है कि उनके पूर्वज अच्छे थे, लेकिन उनके बारे में झूठ फैलाया जा रहा है। हम यह चाहते हैं कि दुख के इस कारण को लड़ाई-झगड़ा करके दूर नहीं किया जाना चाहिए। बल्कि इस बारे में जिसके पास जो प्रमाण हों, मिल-बैठकर उन्हें देखें और देखकर जहां जैसी परिस्थिति प्रमाणिक रूप से निकलकर आए। यह एक सभ्य समाज की आवश्यकता है। इस मौके चारधाम महापंचायत के अध्यक्ष व गंगोत्री मंदिर के सचिव सुरेश सेमवाल, कथा वक्ता गोपाल मणि महाराज, चारधाम महापंचायत के महासचिव डॉ.बृजेश सती, विश्वनाथ मंदिर के महंत अजय पुरी, हनुमान मंदिर के पुजारी शिव प्रसाद भट्ट,  राजेश सेमवाल, जयप्रकाश भट्ट, सुरेंद्र सिंह गंगाड़ी, मोहन डबराल आदि रहे।