प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल जनवरी माह के तीसरे सप्ताह में अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान राम लला की मूर्ति को अपने मूल स्थान पर स्थापित करेंगे। राम मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए स्थापित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर का निर्माण कार्य पूरे जोर-शोर से चल रहा है। उन्होंने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में डोम्बिवली में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा, जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से राम लला की मूर्ति अपने मूल स्थान पर स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण और 2024 के आम चुनाव जुड़े नहीं हैं। हम सिर्फ अपना काम कर रहे हैं। गोविंद देव गिरी महाराज ने यह भी कहा कि राम लला की मूर्ति को एक छोटे से मंदिर में स्थानांतरित होने से पहले लंबे समय तक एक कपड़े के पंडाल में रखा गया था। उन्होंने कहा कि अब अपने मूल स्थान पर भगवान राम को स्थानांतरित करने का समय आ गया है। महंत देव गिरी ने कहा कि मूर्ति को अपने मूल स्थान पर स्थानांतरित करने के बाद भी मंदिर पर काम जारी रहेगा। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य जनवरी 2024 से पहले सैंक्टर्न सैंक्टोरम, पहली मंजिल और दर्शन के लिए व्यवस्था को पूरा करना है। गोविंद देव गिरी ने कहा कि आज भारत के प्रति दुनिया का दृष्टिकोण बदल गया है। उन्होंने कहा, योग, आयुर्वेद और भारतीय संगीत दुनिया भर में पहुंच गए हैं और आने वाले समय में पूरी दुनिया में एक सांस्कृतिक क्रांति होगी। इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के करीबी सहायक ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री इस महीने के अंत में राज्य विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद अयोध्या जाएंगे। उन्होंने बताया कि सीएम शिंदे 25 मार्च को खत्म हो रहे बजट सत्र के बाद भगवान राम की पूजा-अर्चना करने अयोध्या जाएंगे। शिंदे इससे पहले जून 2022 में तत्कालीन महाराष्ट्र कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे के साथ अयोध्या के दौरे पर गए थे।
महंत गिरी महाराज बोले- अगले साल जनवरी में अयोध्या में मूल स्थान पर विराजमान होंगे राम लला
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